नई दिल्ली: दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को आस्ट्रिया दौरे को अनुमति नहीं मिलने के कारण मोदी सरकार की आलोचना की. मनीष सिसोदिया वहां दिल्ली के स्कूलों में अपनी सरकार द्वारा लाए गए ‘प्रसन्नता पाठ्यक्रम (हैप्पीनेस कैरिकुलम)’ के बारे में बोलने के लिए जाने वाले थे.


सिसोदिया ने कहा, ‘‘तीन दिन के सम्मेलन के लिए मेरे आस्ट्रिया दौरे की अनुमति नहीं देने का उन्हें कोई कारण नहीं बताया गया है.’’ उन्हें शनिवार रात रवाना होना था. कुछ समय पहले दिल्ली के एक अन्य मंत्री सत्येन्द्र जैन को सिडनी में एक विश्वविद्यालय के आमंत्रण पर आस्ट्रेलिया जाने की अनुमति देने से बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने कथित रूप से मना कर दिया था.


सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार के संचालित स्कूलों में पेश ‘हैप्पीनेस कैरिकुलम’ ने सकारात्मक परिणाम दिखाना शुरू कर दिया है. इसमें छात्रों की बढ़ती उपस्थिति, अध्ययन पर ध्यान केंद्रित करने, बच्चों के व्यवहार और शिक्षा में समग्र सुधार शामिल है.


उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘यदि मैं वहां हमारे शिक्षा मॉडल पर बोलता तो देश का नाम रोशन होता. लेकिन केंद्र ने अपनी ओछी राजनीति के चलते मेरे दौरे की अनुमति नहीं दी.’’ दिल्ली बीजेपी प्रमुख मनोज तिवारी ने दावा किया कि सिसोदिया की आस्ट्रिया यात्रा की इजाजत संभवत: इसलिए नहीं दी गयी क्योंकि वह वहां किसी सरकारी कार्यक्रम में शामिल होने नहीं जा रहे थे.


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