Padma Shri Award 2021: राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में सोमवार को 119 शख्सियतों को पदमश्री अवॉर्ड दिया गया. इस दौरान कर्नाटक के बेल्लारी जिले के कल्लुकम्बा गांव में जन्मी ट्रांसजेंडर फोक डांसर मंजम्मा जोगाठी को पद्म श्री पुरस्कार से सम्मामित किया गया है. मंजम्मा जोगाठी का कहना है कि ट्रांसजेंडर होकर अपनी पहचान बनाने में उन्होंने कई मुश्किलों का सामना किया है.
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से पद्म श्री पुरस्कार लेने से पहले मंजम्मा ने राष्ट्रपति भवन में सभी लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा. अवार्ड लेने से पहले वह जैसे ही राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के पास पहुंची, उस समय उन्होंने ट्रांसजेंडर कम्युनिटी द्वारा नजर उतारने वाली रस्म अदा की, जिससे पूरे हॉल में तालियां गूंजने लगी. इसके बाद मंजम्मा ने राष्ट्रपति और वहां मौजूद सभी लोगों का अभिवादन किया.
बता दें कि ट्रांसजेंडर फोक डांसर मंजम्मा जोगाठी बतौर कर्नाटक जनपद अकादमी की पहली ट्रांसजेंडर अध्यक्ष हैं. उन्होंने कला के क्षेत्र में जो प्रयास किए वह अतुलनीय हैं. मंजम्मा जोगाठी का असली नाम मंजूनाथ शेट्टी है.
उन्होंने अपनी सभी परेशानियों और कठिनाइयों के बीच कई कलाओं में महारत हासिल की. मंजम्मा की इसी कला के चलते लोग उन्हें बखूबी जानते हैं. जोगाठी ने हर कदम पर अपने आप को मजबूत बनाया और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की भी सहायता की. उन्होंने कला के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई और उसे में महारत हासिल की.
फिलहाल मंजम्मा के साथ ही कर्नाटक की पर्यावरणविद तुलसी गोडा को भी पद्म श्री से सम्मानित किया गया है. तुलसी गोडा को इनसाइक्लोपीडिया ऑफ फॉरेस्ट भी कहा जाता है. राष्ट्रपति भवन में कार्यक्रम के दौरान तुलसी की सादगी ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा. वह नंगे पैर और अपने पारंपरिक पहनावे में पद्म श्री लेने पहुंचीं थी.
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