नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह करतारपुर कॉरिडोर खुलने के बाद 9 नवंबर को पहले जत्थे के साथ पाकिस्तान जाएंगे. मनमोहन सिंह ने पहले जत्थे के साथ करतारपुर साहिब जाने के लिए पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह का न्योता स्वीकार किया है. इससे पहले पाकिस्तान सरकार ने भी मनमोहन सिंह को करतारपुर साहिब आने के लिए न्योता भेजा था. लेकिन मनमोहन सिंह ने पाकिस्तान के न्योते पर करतारपुर जाने से इंकार कर दिया था.


पूर्व प्रधानमत्री को करतारपुर साहिब जाने का न्योता देने के लिए अमरिंदर सिंह दिल्ली पहुंचे थे. अमरिंदर सिंह ने मनमोहन सिंह को गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के मौके पर करतारपुर साहिब जाने के लिए न्योता दिया था.


पाकिस्तान में है मनमोहन सिंह का गांव


पिछले हफ्ते पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह मोहम्मद ने करतारपुर कॉरिडर के लॉन्च के मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को न्योता देने की बात कही थी. बता दें कि मनमोहन सिंह का जन्म गाह गांव में हुआ था. भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद गाह गांव पाकिस्तान में चला गया. 10 साल पीएम रहते हुए मनमोहन सिंह कभी पाकिस्तान नहीं गए.


राष्ट्रपति और पीएम को भी न्योता


मनमोहन सिंह के अलावा अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी करतारपुर साहिब चलने का न्योता दिया है. हालांकि पीएम और राष्ट्रपति के ऑफिस की तरफ से न्योते को स्वीकार किए जाने पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है.


नवंबर में शुरू होगा करतारपुर कॉरिडर


पिछले साल इमरान खान ने पीएम की शपथ लेने के बाद भारतीयों के लिए करतारपुर कॉरिडर ओपन करने की बात कही थी. करतारपुर साहिब गुरुद्वारा पाकिस्तान के नरवाल जिले में है जो कि भारत के गुरुदासपुर से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर है. सिख श्रद्धालुओं के लिए इस गुरुद्वारे का खास महत्व है. करतारपुर कॉरिडर खुलने के बाद हर दिन 5000 श्रद्धालु करतारपुर साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेकने जा सकेंगे.