नई दिल्लीः पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी उन 575 लोगों में शामिल हैं जो करतारपुर गलियारे के जरिये पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने वाले पहले जत्थे का हिस्सा होंगे. केंद्र सरकार के सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि भारत ने मंगलवार को 575 लोगों की सूची पाकिस्तान के साथ साझा की. केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और पंजाब के सांसद और विधायक भी इस समूह का हिस्सा होंगे.
जानकारी मिली है कि पाकिस्तान ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रतिनिधियों के साथ पंजाब सरकार की अगुवाई वाले प्रतिनिधिमंडल को ‘अखंड पाठ’ और ननकाना साहिब में ‘नगर कीर्तन’ आयोजित करने से मना कर दिया था.
केंद्रीय मंत्री भी जत्थे में रहेंगे शामिल
यह भी जानकारी मिली है कि पाकिस्तान ने खुद से श्रद्धालु समूह का नेतृत्व करने के लिये परमजीत सिंह सरना को चुनने का फैसला किया है. 12 नवंबर को ‘गुरुपर्व’ पर यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 1974 के प्रोटोकॉल के तहत 3000 की जगह 10 हजार करने को कहा गया था.
अमरिंदर सिंह करेंगे नेतृत्व
राज्य सरकार के सूत्रों ने बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह गुरुद्वारा दरबार साहिब के लिये जत्थे का नेतृत्व करेंगे और ऐतिहासिक गुरुद्वारे में मत्था टेकने के बाद उसी दिन वापस लौट आएंगे. ऐसा समझा जाता है कि गुरुद्वारा दरबार साहिब में ही गुरु नानक देव ने अपने आखिरी दिन बिताए थे.
जत्था सदस्यों में सभी दलों के नेता, संत समाज के नेता, प्रबुद्ध लोग, एनआरआई और पत्रकार शामिल हैं. जत्थे में पंजाब के सभी 117 विधायक और 13 सांसद शामिल होंगे.
राज्य सरकार के सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा, मुकुल वासनिक, आरपीएन सिंह, जितेंद्र सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कुमारी शैलजा, आशा कुमारी, रणदीप सुरजेवाला, दीपेंद्र हुड्डा, पी एल पूनिया, जितिन प्रसाद और आर सी खूंटिया भी करतारपुर जाने वाले भारतीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे.
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