नई दिल्ली: कठुआ और उन्नाव के सनसनीखेज गैंगरेप मामले में कई दिनों तक चुप रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हमला बोला है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को उस सुझाव का पालन करना चाहिए जो वह मुझे देते थे, उन्हें अक्सर बोलते रहना चाहिए. मनमोहन सिंह ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, मुझे खुशी है कि उन्होंने चुप्पी तोड़ी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले शुक्रवार को लंबी चुप्पी के बाद डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती पर एक कार्यक्रम में कहा था कि 'भारत की बेटी' को न्याय मिलेगा और जरूर मिलेगा, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
बीजेपी द्वारा मनमोहन सिंह को 'मौन मोहन सिंह' कहा जाता रहा है. इससे जुड़े सवाल पर पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह ने कहा, ''मैंने इस तरह के बयान पूरी जिंदगी सुनी है मुझे इसकी आदत है.''
सिंह ने आगे कहा, ''लेकिन मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी सलाह का पालन करना चाहिए जो मुझे वो देते थे और उन्हें इस तरह के मसलों पर अधिक बोलना चाहिए. मैंने मीडिया के माध्यम से जाना कि नहीं बोलने की वजह से वह मेरी आलोचना करते थे. मुझे लगता है कि पीएम मोदी जो सुझाव मुझे देते थे उसका उन्हें खुद पालन करना चाहिए.''
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 2012 के निर्भया गैंगरेप मामले को याद करते हुए कहा कि तब कांग्रेस पार्टी की सरकार ने जरूरी कदम उठाए थे और रेप से जुड़े कानून को बदला था.
महबूबा पर हो सकता है बीजेपी का दबाव
कठुआ गैंगरेप मामले में जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने किस तरह कार्रवाई की. इस सवाल पर उन्होंने कहा, ''वह (मुफ्ती) और गंभीरता से केस को देख सकती थी, अगर केस की शुरआत में गंभीरता दिखाई जाती तो आरोपियों को और जल्द गिरफ्तार किया जा सकता था.'' उन्होंने कहा कि महबूबा मुफ्ती की सरकार पर बीजेपी गठबंधन का दबाव हो सकता है. इसलिए कार्रवाई में देरी हुई होगी.
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आपको बता दें कि कठुआ और उन्नाव दोनों ही मामलों में बीजेपी गठबंधन की सरकार विपक्ष के कठघरे में आ गई थी. उन्नाव केस में पीड़िता के पिता की पुलिस कस्टडी में मौत और उसके बाद मचे हंगामें को देखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार दबाव में आई और बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ केस दर्ज किये जाने के आदेश दिये. सेंगर को सीबीआई ने पिछले दिनों गिरफ्तार किया था.
वहीं जम्मू-कश्मीर के कठुआ गैंगरेप मामले में आरोपियों के पक्ष में बीजेपी के दो नेताओं ने कथित तौर पर रैलियां लगाई. इसके बाद यह मामला राष्ट्र स्तर पर सुर्खियों में आया. दबाव के बाद बीजेपी के दोनों विधायक चंद्र प्रकाश गंगा और चौधरी लाल सिंह को जम्मू-कश्मीर कैबिनेट से बतौर मंत्री इस्तीफा देना पड़ा.
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दलित, मुस्लिम और महिला सुरक्षा पर क्या बोले मनमोहन?
पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी शासित राज्यों की सरकार को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने महिला सुरक्षा, मुस्लिमों की लिंचिंग (भीड़ द्वारा हत्या) और दलितों की पिटाई का जिक्र करते हुए कहा कि इन मसलों पर सरकारें आंखें बंद है. मनमोहन सिंह ने कहा, ''लोग सकारी संस्थाओं का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्हें लगता है कि कुछ नहीं होगा...कानून-व्यवस्था राज्य सरकार की जिम्मेदारी है. बीजेपी की नेतृत्व वाली केंद्र सरकार राज्यों को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कह सकती है. ताकि महिलाओं, अल्पसंख्यकों और दलितों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. ''