नई दिल्ली: आतंकवाद के खिलाफ भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत हुई है. संयुक्त राष्ट्र ने मसूद अजहर को ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित कर दिया है. इस तरह लंबे समय से चल रही भारत की कोशिशों को सफलता हाथ लगी है. अब इस पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि वे खुश है कि ये साकार हो गया है. इसके अलावा वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि भारत सुरक्षित हाथों में है. उन्होंने ट्वीट किया, ''भारत की बात की पुष्टि हुई है. मसूद अजहर अब ग्लोबल टेरेरिस्ट है. भारत सुरक्षित हाथों में है. ये प्रधानमंत्री की विदेश नीति का प्रमाण है.









मसूद अजहर अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित, जानें क्या है ग्लोबल आतंकी का मतलब और पाकिस्तान की है कितनी बड़ी हार


मसूद अजहर ग्लोबल आतंकी घोषित, सबसे पहले 2009 में भारत लाया था प्रस्ताव


आतंक के आका मसूद अजहर पर अब ग्लोबल पाबंदी, जानें भारत के सबसे बड़े दुश्मन का काला इतिहास


मोदी है तो मुमकिन है- बीजेपी


उधर बीजेपी ने ट्वीट करते हुए कहा, ''भारत को मिली आतंकवाद के खिलाफ ऐतिहासिक सफलता. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पुलवामा आतंकी हमले का दोषी मसूद अजहर अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित. मोदी है तो मुमकिन है.''


भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत- राम माधव


यूएन के इस फैसले पर बीजेपी नेता राम माधव ने कहा कि ये भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत है. हम यूएनएससी को धन्यवाद देना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ''मैं विश्वास करता हूं कि देश के सभी लोग इससे खुश होंगे.''


इस बार चीन ने यूएन में कोई अड़ंगा नहीं डाला


बता दें कि हर बार मसूद को बचाने वाले चीन ने इस बार यूएन में कोई अड़ंगा नहीं डाला. अजहर मसूद ही वो शख्स जिसने संसद हमला, पठानकोट और पुलवामा में हमला कराया था. मसूद के ग्लोबल टेररिस्ट घोषित होने का मतलब है कि वो दुनिया में कहीं और नहीं जा पाएगा. मसूद पाकिस्तान में ही छिपा हुआ है और अब इस कदम के बाद पाक पर आतंकवाद के खात्मे को लेकर और दबाव बढ़ेगा.


मसूद अजहर भारत में कई आतंकी वारदातों को अंजाम दे चुका है. मसूद अजहर पाकिस्तान से चलने वाले आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद का सरगना है. साल 2016 में उरी में आर्मी कैंप पर हमले के पीछे भी मसूद अजहर था. इसके साथ ही फरवरी महीने पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हमले का मास्टरमाइंड भी मसूद अजहर है. इस हमले में 40 जवानों की शहादत हुई थी, इस शहादत का बदला भारत की वायुसेना ने पाकिस्तान में जैश के अड्डों पर एयरस्ट्राइक करके लिया.


ग्लोबल आतंकी घोषित होने से अब क्या होगा?
भारत सरकार पिछले कई सालों से मसूद को ग्लोबल आतंकी घोषित करवाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अपील कर रहा था लेकिन हर बार उसे चीन बचा लेता था. ग्लोबल आतंकी घोषित होने के बाद मसूद अज़हर किसी भी देश में यात्रा नहीं कर पाएगा. पूरी दुनिया में मसूद की संपत्तियां जब्त कर ली जाएंगी. मसूद किसी भी देश से हथियार नहीं खरीद पाएगा और सबसे बड़ी बात इसके बाद पाकिस्तान पूरी दुनिया के सामने खुलकर मसूद अज़हर का बचाव भी नहीं कर पाएगा.


पाकिस्तान में आतंकियों के रसूख को देखते हुए इस बात की उम्मीद मुश्किल है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की प्रतिबंधित सूची में नाम जोड़े जाने के बाद उसके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई होगी. पहले से प्रतिबंधित सूची में मौजूद हाफिज सईद जैसे आतंकी सरगना को हासिल सहूलियतों को देखते हुए इसका अंदाजा भी लगाया जा सकता है. हालांकि आतंकवाद को लेकर बढ़ते दबाव और एफएटीफ ब्लैकलिस्टिंग की लटकती तलवार के बीच इस बात से इनकार भी नहीं किया जा सकता कि दिखावे के लिए ही सही मगर मसूद अजहर पर नकेल कसना पाकिस्तान की मजबूरी जरूर होगी.