मनमोहन सिंह ने कहा- सब्सिडी हमेशा बुरी नहीं होती, यह विकास में निष्पक्षता को बढ़ावा देती हैं
सब्सिडी को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपनी राय रखी है. एक पुस्तक के विमोचन में उन्होंने कहा कि हर सब्सिडी बुरी नहीं होती हैं और यदि उसमें कोई खामी है तो उसे दूर किया जाना चाहिए, ना कि सब्सिडी को ही बंद कर देना चाहिए.
नई दिल्लीः एक तरफ देश में सब्सिडी को लेकर कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं तो दूसरी ओर कई लोग इसका समर्थन कर रहे हैं. सब्सिडी को लेकर खड़े हो रहे विवाद के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी अपना पक्ष रखा है. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि हर सब्सिडी बुरी नहीं होती हैं और यदि उसमें कोई खामी है तो उसे दूर किया जाना चाहिए, ना कि सब्सिडी को ही बंद कर देना चाहिए. मनमोहन सिंह ने कहा कि कुछ सब्सिडी विकास में निष्पक्षता को बढ़ावा देती हैं.
पूर्व प्रधानमंत्री ने दिवंगत महेश नीलकंठ बुच की लिखी एक पुस्तक के विमोचन के मौके पर यहां कहा कि पूर्व आईएएस अधिकारी ने देश के भविष्य के विकास के लिए अच्छे विचार प्रदान किए थे.
उन्होंने पुस्तक के कई चैप्टरों के बारे में बताते हुए कहा, ''महेश ने सब्सिडी की भूमिकाओं पर काफी सोच समझकर एक अध्याय लिखा है. मैं उनके इस निष्कर्ष से सहमत हूं कि सभी सब्सिडी बुरी नहीं होती हैं और अगर उनमें कोई खामी है तो उन्हें दूर किया जाना चाहिए, ना कि सब्सिडी को ही बंद कर देना चाहिए.''
बुच 1957 बैच के आईएएस अधिकारी थे. वह कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में मनमोहन सिंह के समय में ही पढ़ाई की थी.
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