Bharat Ratna To Manmohan Singh: सिख संस्था 'नामधारी संगत सेवा समिति' ने मंगलवार (22 अक्टूबर, 2024) को भारत सरकार से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भारत रत्न से सम्मानित करने का आग्रह किया है. दिल्ली में कांस्टीट्यूशन क्लब में पत्रकार वार्ता के दौरान नामधारी संगत सेवा समिति के सदस्यों ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में सरकार को कई चिट्ठियां लिखीं.


मनमोहन सिंह की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए धार्मिक संगठन के सदस्यों ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री को राष्ट्र के प्रति उनकी सेवाओं के लिए 1987 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था और 2010 में सऊदी अरब की ओर से 'ऑर्डर ऑफ किंग अब्दुल अजीज' और 2014 में जापान की ओर से 'ऑर्डर ऑफ द पॉलोनिया फ्लावर्स' से सम्मानित किया गया था.


मनमोहन सिंह ने अर्थव्यवस्था  किया पुनर्जीवित


समिति ने दावा करते हुए कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने का असली श्रेय मनमोहन सिंह को जाता है. मनमोहन सिंह सरकार ने भारत और अमेरिका के बीच परमाणु संधि को सफलतापूर्वक अंतिम रूप देकर महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है. नामधारी संगत सेवा समिति के प्रवक्ता लखविंदर सिंह ने केंद्र सरकार से मनमोहन सिंह को भारत रत्न से सम्मानित करने का आग्रह किया. 


मनमोहन सिंह के फैसले के बाद शुरू हुआ विकास


पूर्व प्रधानमंत्री ने मनमोहन सिंह न केवल कांग्रेस के कद्दावर नेता बल्कि भारत में आर्थिक उदारीकरण और आर्थिक सुधारों का उन्हें जनक भी कहा जाता है. वह मनमोहन सिंह ही थे, जिनके नेतृत्व में एलपीजी यानी कि लिबरलाइजेशन, प्राइवेटाइजेशन और ग्लोबलाइजेशन का नियम आया था. भारत देश में जब 15 दिन का पैसा बचा था तब इसी नियम को लेकर आने के बाद भारत का विकास होना शुरू हुआ था. इसी फैसले के बाद कई विदेशी कंपनियों ने भारत में निवेश किया.


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