Mann Ki Baat 100th Episode: 'सेल्फी विद डॉटर' अभियान की कैसे हुई शुरुआत? मन की बात में पीएम मोदी ने सुनाया किस्सा
Mann Ki Baat 100th Episode: मन की बात कार्यक्रम के 100वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेल्फी विद डॉटर अभियान का जिक्र किया और बताया कि यह कैसे ग्लोबल कैंपेन बना.
Mann Ki Baat 100th Episode: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (30 अप्रैल) को मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशवासियों से बात की. मन की बात का 100वां एपिसोड होने के चलते यह कार्यक्रम कई मायनों में खास रहा. इस एपिसोड में प्रधानमंत्री ने उन विषयों का जिक्र किया जो मन की बात के जरिए जन आंदोलन बन गए. साथ ही प्रधानमंत्री ने उन लोगों का भी जिक्र किया, जिन्होंने मन की बात को जीवंत बनाया. इनमें से सेल्फी विद डॉटर अभियान शुरू करने वाले सुनील जगलाल का नाम पीएम ने सबसे पहले लिया.
पीएम ने कहा कि सुनील जगलाल ने उनके मन पर बहुत बड़ा प्रभाव छोड़ा था. सुनील जगलाल हरियाणा राज्य से आते हैं, जहां पर लिंगानुपात पर काफी चर्चा होती थी. लड़कों के मुकाबले लड़कियों की कम संख्या चिंता का विषय हुआ करती थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ का अभियान हरियाणा से ही शुरू किया था.
सेल्फी विद डॉटर अभियान कैसे हुआ शुरू?
मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि जब मैंने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की थी, उसी समय मुझे सुनील जगलाल के सेल्फी विद डॉटर कैंपेन पर नजर पड़ी तो मुझे बहुत अच्छा लगा. मैंने भी उनसे सीखा और इसे मन की बात में शामिल किया. देखते ही देखते सेल्फी विद डॉटर एक ग्लोबल कैंपेन बन गया.
जीवन में बेटी का स्थान कितना बड़ा होता है, इस अभियान से यह भी साबित हुआ. ऐसे ही अनेक प्रयासों के चलते आज हरियाणा में लिंगानुपात में सुधार आया है.
सुनील जगलाल से की बात
इस दौरान पीएम मोदी ने सेल्फी विद डॉटर कैंपेन को शुरू करने वाले सुनील जगलाल से बात की. जगलाल ने इस अभियान को मन की बात से जोड़कर जन आंदोलन बनाने को पानीपत की चौथी लड़ाई बताया. पीएम मोदी ने जगलाल से उनकी दोनों बेटियों नंदिनी और याशिका का हाल-चाल भी पूछा. जगलाल की दोनों बेटियां इस समय क्रमशः सातवीं और चौथी क्लास में पढ़ाई कर रही हैं.
पीएम मोदी को मिलीं हजारों चिठ्ठियां
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 100वें एपिसोड को लेकर हजारों चिठ्ठियां और संदेश मिले. आपके पत्र पढ़ते हुए कई बार मैं भावुक हुआ, भावनाओं से भर गया, भावनाओं में बह गया और खुद को फिर संभाल भी लिया.
याद किया पहला एपिसोड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के पहले एपिसोड को याद किया. उन्होंने कहा, 3 अक्टूबर 2014 को विजया दशमी का वो पर्व था और हम सबने मिलकर विजया दशमी के दिन 'मन की बात' की यात्रा शुरू की थी. विजया दशमी यानी, बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व, ‘मन की बात’ भी देशवासियों की अच्छाइयों का सकारात्मकता का एक अनोखा पर्व बन गया है. एक ऐसा पर्व, जो हर महीने आता है, जिसका इंतजार हम सभी को होता है.
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