नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया. 'मन की बात' का यह 66वां एपिसोड था. इस दौरान पीएम मोदी ने चीन के साथ चल रहे गतिरोध, कोरोना महामारी और लॉकडाउन समेत तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी. पीएम ने कहा कि लद्दाख में भारत की भूमि पर आंख उठाकर देखने वालों को करारा जवाब मिला है. भारत मित्रता निभाना जानता है तोए आंख में आंख डालकर देखना और उचित जवाब देना भी जानता है.


पीएम मोदी के कार्यक्रम की 10 बड़ी बातें




  • पीएम मोदी ने कहा कि भारत का संकल्प है - भारत के स्वाभिमान और संप्रभुता की रक्षा. भारत का लक्ष्य है-आत्मनिर्भर भारत. भारत की परंपरा है-भरोसा, मित्रता. भारत का भाव है – बंधुता. हम इन्हीं आदर्शों के साथ आगे बढ़ते रहेंगे.

  • पीएम ने कहा कि लद्दाख में भारत की भूमि पर, आंख उठाकर देखने वालों को, करारा जवाब मिला है. भारत, मित्रता निभाना जानता है, तो, आंख-में-आंख डालकर देखना और उचित जवाब देना भी जानता है.

  • पीएम मोदी ने कहा कि हमारा हर प्रयास इसी दिशा में होना चाहिए जिससे सीमाओं की रक्षा के लिए देश की ताकत बढ़े. देश अधिक सक्षम और आत्मनिर्भर बने, यही हमारे शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि भी होगी. PM मोदी ने कहा कि भारत-माता की रक्षा के जिस संकल्प से हमारे जवानों ने बलिदान दिया है, उसी संकल्प को हर देशवासी को जीवन का ध्येय बनाना है.

  • लद्दाख में हमारे जो वीर जवान शहीद हुए हैं, उनके शौर्य को पूरा देश नमन कर रहा है और श्रद्धांजलि दे रहा है. पूरा देश उनका कृतज्ञ है, उनके सामने नतमस्तक है. अपने वीर -सपूतों के बलिदान पर उनके परिजनों में जो गर्व की भावना है देश के लिए जो जज़्बा है-यही तो देश की ताकत है.

  • पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले, देश के पूर्वी छोर पर Cyclone Amphan आया तो पश्चिमी छोर पर Cyclone Nisarg आया. कितने ही राज्यों में हमारे किसान भाई-बहन टिड्डी दल के हमले से परेशान हैं. देश के कई हिस्सों में छोटे-छोटे भूकंप रुकने का ही नाम नहीं ले रहे.

  • प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने जिस तरह मुश्किल समय में दुनिया की मदद की, उसने आज शांति और विकास में भारत की भूमिका को और मज़बूत किया है. दुनिया ने भारत की विश्व बंधुत्व की भावना को भी महसूस किया है. अपनी संप्रभुता और सीमाओं की रक्षा करने के लिए भारत की ताकत और भारत के कमिटमेंट को देखा है.

  • चीन से टकराव पर पीएम मोदी ने कहा, लोगों को लगता था कि भारत की संरचना ही नष्ट हो जाएगी, लेकिन इन संकटों से भारत और भी भव्य होकर सामने आया है.

  • प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोग सोच रहे हैं कि ये साल कब खत्म होगा. महामारी पर भी खूब बातें हुईं. लोग चर्चा कर रहे हैं कि आखिर यह साल कब बीतेगा?
    एक साल में एक चुनौती आए या पचास लेकिन इससे साल खराब नहीं हो जाता. भारत का इतिहास ही आपदाओं और चुनौतियों पर जीत हासिल करके और ज़्यादा निखरकर निकलने का रहा है.

  • पीएम मोदी ने कहा कि इसी साल में, देश नये लक्ष्य प्राप्त करेगा, नयी उड़ान भरेगा, नयी ऊँचाइयों को छुएगा। मुझे, पूरा विश्वास, 130 करोड़ देशवासियों की शक्ति पर है, आप सब पर है, इस देश की महान परम्परा है.

  • कोरोना को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी से पूरी दुनिया प्रभावित हैं, जिसमें भारत देश भी शामिल है. उन्होंने कहा कि कोरोना की समस्या ने मानवता को अपना निशाना बनाया है.जबतक कोरोना है तबतक हमें सोशल डिस्टेसिंग, मास्क पहनने, साफ सफाई का ख्याल रथने के साथ ही सभी नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा.लॉकडाउन खोले जाने के चरण में हमें और सावधान रहना होगा.


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