नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के माध्यम से देश को संबोधित किया. यह 'मन की बात-2.0' का 16वां भाग था. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना काल में कई परिवर्तन दिखे. इसके साथ ही उन्होंने एक बार फिर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने पर जो दिया. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में दो गज की दूरी जरूरी है. इसके साथ ही उन्होंने स्टोरीटेलिंग और किसानों को लेकर भी बात की.


पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें


प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के इस कालखंड में पूरी दुनिया अनके परिवर्तनों के दौर से गुजर रही है. आज दो गज की दूरी एक अनिवार्य जरूरत बन गई है तो इस संकट काल ने परिवार के सदस्यों को आपस में जोड़ने और करीब लाने का भी काम किया है.


इस दौरान पीएम मोदी ने परिवार में कहानी सुनाने यानी स्टोरीटेलिंग की अहमियत को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि कहांनियां लोगों के रचनात्मक पक्ष और संवेदनशील पक्ष को सामने लाती हैं. उन्होंने कहा कि ये कहानी की ताकत है कि मां अपने छोटे बच्चे को सुलाने या खाना खिलाने के लिए कहानी सुनाती हैं.


पीएम मोदी ने कहा कि भारत में कहानी सुनाने की समृद्ध परंपरा रही है. हमारे यहां कथा की परंपरा रही है. ये धार्मिक कहानियां कहने की प्राचीन पद्धति है. इसमें ‘कताकालक्षेवम्’ भी शामिल है.


प्रधानमंत्री ने मन की बात के दौरान बेंगलुरू की स्टोरीटेलिंग सोसाइटी की अपर्णा अथरे, शैलजा संपत, सौम्या श्रीनिवासन, अपर्णा जयशंकर और लावण्या प्रसाद से बातचीत की. पीएम ने उनसे स्टोरीटेलिंग के अनुभव और इसकी शुरुआत के बारे में चर्चा की. कुछ कहानियां भी सुनाई गईं. इस लंबी बातचीत को पीएम मोदी नरेंद्र मोदी एप पर शेयर करेंगे. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इसे जरूर सुनें.


इसके आगे पीएम मोदी लोगों से अपील की कि वे अपने घरों में कहानियों के लिए समय निकालें. ऐसा भी किया जा सकता है कि हर सप्ताह के लिए परिवार के सदस्य कोई एक विषय पर कहानी सुनाएं. ये बेहद रोचक साबित होगा. इसके विषय मानवीय पक्षों से जुड़े हो सकते हैं. इसमें गुलाम भारत के कालखंड की प्रेरक घटनाओं को भी शामिल किया जा सकता है.


वहीं किसानों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संकट के काल में हमारे देश के कृषि क्षेत्र ने एक बार फिर अपना दमखम दिखाया है. एसीएमसी एक्ट का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने हरियाणा के किसान कंवर चौहान का जिक्र किया. कंवर चौहान के मुताबिक, 2014 में फल और सब्जियों को एपीएमसी एक्ट से बाहर कर दिया गया. इसका उन्हें और आस पास के साथी किसानों को बहुत फायदा हुआ.


इसके साथ ही पीएम मोदी ने शहीद भगत सिंह को नमन किया. कल 28 सितंबर को उनकी जयंती है. उन्होंने राष्ट्रपति महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को भी याद किया. भारत रत्न नानाजी देशमुख और राजमाता विजयराजे सिंधिंया के योगदान को रेखांकित किया.


नहीं रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह, पीएम मोदी और रक्षामंत्री ने शोक व्यक्त किया