प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (27 अगस्त) को अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में 26 मेडल जीतने के लिए एथलीटों को मुबारकबाद दी और उनसे बात की. मेडल जीतने वाले एथलीटों को कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था. प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात का भी जिक्र किया कि इस बार भारत ने साल 1959 से भी ज्यादा मेडल जीते हैं.


चीन में हुए FISU वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में भारत ने 26 मेडल जीते हैं, जिनमें से 11 गोल्ड हैं. कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने एथलीटों से उनके अनुभव के बारे में बात की. तभी एक एथलीट ने उनसे सवाल किया कि उन्हें कौन सा गेम सबसे ज्यादा पसंद है. इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हॉकी, फुटबॉल, कबड्डी और खो-खो जैसे खेल हमारी मिट्टी से जुड़े हैं इसलिए इन खेलों को हमें पीछे छोड़ना नहीं चाहिए.


और क्या बोले पीएम मोदी?
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'मैं देख सकता हूं कि हमारे लोग शूटिंग और अन्य खेलों में अच्छा कर रहे हैं. मैं देखता हूं कि आज युवाओं और यहां तक कि परिवारों का रुख खेलों की तरफ बदला है.' उन्होंने कहा कि पहले जब कोई बच्चा खेलने के लिए जाता था तो परिवार उन्हें रोकते थे. अब बहुत बदलाव आया है और आप लोग जो सफलता प्राप्त कर रहे हैं वह परिवारों को और हौसला देती है. प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि हमारे बच्चे जहां भी खेलों में हिस्सा लेते हैं वहां सफलता प्राप्त करते हैं.


104वें एपिसोड़ को पीएम मोदी ने किया संबोधित
27 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात के 104वें एपिसोड़ को संबोधित किया. इस दौरान, पीएम मोदी ने चंद्रयान-3 की सफलता के लिए एक बार फिर देशवासियों को बधाई दी और इसे स्पिरिट का प्रतीक बताया. जिस जगह चंद्रयान का लैंडर विक्रम उतरा था उसका नाम शिव शक्ति रखा गया है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मिशन की सफलता नारी शक्ति का जीवंत उदाहरण है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत की बेटियां अब अनंत समझे जाने वाले अंतरिक्ष को भी चुनौती दे रही हैं.


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