नई दिल्ली: कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने मुलाकात की. ये मुलाकात ऐसे समय में हुई जब सुप्रीम कोर्ट ने तीनों नए कृषि कानूनों को अमल पर रोक लगा दिया. इसके साथ ही अपने फैसले में कोर्ट ने चार सदस्यों की एक कमेटी भी बना दी.
केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि मनोहर लाल खट्टर और दुष्यंत चौटाला ने शाह से मुलाकात की और चर्चा की. बता दें कि खट्टर को रविवार को हरियाणा के करनाल में किसानों के भारी विरोध की वजह से एक जनसभा को स्थगित करना पड़ा था. समझा जाता है कि दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जननायक जनता पार्टी के विधायक प्रदर्शनकारी किसानों के दबाव में हैं.
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि कमेटी गठित होने के बाद अब आंदोलन को समाप्त कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर किसानों को अपना धरना समाप्त कर देना चाहिए और अपने घरों को लौट जाना चाहिए. सीएम खट्टर ने कहा, , ‘‘गेंद अब उच्चतम न्यायालय के पाले में है और मेरा मानना है कि उसका जो भी फैसला होगा वह सबको स्वीकार्य होगा.’’
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर किसानों की प्रतिक्रिया
सुप्रीम कोर्ट की तरफ से कानूनों पर रोक लगाने के फैसले का किसान संगठनों ने स्वागत किया. लेकिन उन्होंने कोर्ट की तरफ से बनाई गई कमेटी के सामने पेश होने से इनकार कर दिया. किसान संगठनों ने मंगलवार शाम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि सरकार और कमेटी की नीयत एक ही है. उन्होंने कानून रद्द करने की मांग तो दोहराते हुए कहा कि जब तक तीनों कानूनों को वापस नहीं लिया जाता है तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
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