पणजी: मुंबई के एक निजी अस्पताल में भर्ती रहे गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर देर इलाज के लिए अमेरिका रवाना हो गए. इस बीच ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि मुख्यमंत्री की खराब सेहत का ख्याल रखते हुए बीजेपी हाईकमान उन्हें पद छोड़ने के लिए कह सकता है. हालांकि मुख्यमंत्री कार्यालय ने खबरों को खारिज करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पद का आधिकारिक पदभार उनके (पर्रिकर) पास ही रहेगा. किसी अन्य को यह पदभार देने की जरूरत नहीं है.
गोवा के वरिष्ठ बीजेपी नेताओं और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के बीच दिल्ली में आज होने वाली बैठक को भी रद्द कर दिया गया है. बैठक में राज्य के नेतृत्व को लेकर चर्चा होने की संभावना थी.
साथ ही कार्यालय ने कहा कि पर्रिकर की जगह किसी को भी मुख्यमंत्री की कमान सौंपे जाने का आदेश नहीं मिला है. आपको बता दें कि मुख्यमंत्री का अग्नाशय (Pancreatic) संबंधी बीमारी के लिए इस साल तीन महीने तक अमेरिका में इलाज चला था और वह जून में भारत लौटे थे. इस महीने की शुरुआत में वह स्वास्थ्य जांच के लिए फिर से अमेरिका गए थे.
अमेरिका से लौटने के एक दिन बाद ही स्वास्थ्य जांच के लिए वह मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती हुए थे. वे देर रात अमेरिका रवाना हुए. मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि पर्रिकर आठ दिनों के लिए अमेरिका गए हैं.
कांग्रेस ने कहा- बर्खास्त करें सरकार
राज्य में कांग्रेस ने बीजेपी की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार के मंत्रियों के गंभीर बीमारियों से जूझने के कारण राज्य सरकार को बर्खास्त करने के लिए गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा से अपील की है. पार्टी का कहना है कि पर्रिकर सहित 12 कैबिनेट मंत्रियों में से चार गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं, जिसके चलते वे पूरी क्षमता के साथ अपने आधिकारिक कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर पा रहे हैं.
हालांकि, केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री और उत्तरी गोवा से सांसद श्रीपद नाइक ने बुधवार को कहा कि वह वैकल्पिक व्यवस्था तैयार करने को लेकर राज्य की कोर समिति के सदस्यों के साथ पार्टी के प्रमुख अमित शाह से मुलाकात करेंगे. बाद में मुख्यमंत्री कार्यालय को एक बयान जारी करने के लिए मजबूर होना पड़ा कि पार्रिकर खुद अमेरिका से गठबंधन सरकार के कामकाज की देखरेख करेंगे.
आपको बता दें कि गोवा में गठबंधन की सरकार है. सूबे में पिछले साल हुए चुनाव में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था. कांग्रेस कुल 40 में से 17 सीटों पर जीत दर्ज कर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. वहीं 13 सीटों के साथ बीजेपी दूसरे स्थान पर रही थी. हालांकि बाद में बीजेपी ने मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में गठबंधन कर सरकार बना ली. तब पर्रिकर केंद्र में रक्षा मंत्री थे और उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया था.
चारा घोटाला: लालू यादव ने किया सरेंडर, कोर्ट ने रिम्स अस्पताल में इलाज कराने की दी इजाजत