नई दिल्ली: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की एमसीडी में बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग पर विवाद बढ़ता जा रहा है. दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा है कि अगर केजरीवाल बैलट पेपर से चुनाव चाहते हैं तो पहले विधानसभा में आयी 67 सीटों का बैलट पेपर से चुनाव करवा लें.


केजरीवाल जी 'फ्रस्टेटिया' गए हैं-  मनोज तिवारी
मनोज तिवारी ने कहा, "अरविंद केजरीवाल जी फ्रेस्टेटिया गए हैं. उन्हें घोषित करना चाहिए जो 67 सीट उन्हें ईवीएम से मिलीं उस दोबारा चुनाव चाहते हैं. अगर वो विधानसभा चुनाव दोबारा बैलट पेपर से करा लेंगे तब हम मानेगें कि वो कुछ सही बात कह रहे हैं.''


सबसे ज्यादा बीजेपी को परेशानी, मांग मान लें- संजय सिंह
वहीं आम आदमी पार्टी ने संजय सिंह ने कहा, ''दुनिया के कई देश हैं जहां पहले ईवीएम से चुनाव हुआ लेकिन उस पर सवाल उठने के बाद बैलट पेपर की वापसी हुई. भारत में खुद आडवाणी जी ने, सुब्रमण्यम स्वामी जी ने इस पर सवाल उठाए हैं. उत्तर प्रदेश चुनाव के बाद मायावती जी ने और कई अन्य पार्टियों ने इस पर सवाल उठाए हैं. बैलट पेपर से चुनाव कराने पर कोई हर्जा नहीं हैं. बीजेपी ही वो पार्टी है जिसने ईवीएम पर सबसे ज्यादा सवाल उठाए हैं. उन्हें हमारी मांग को सहर्ष स्वीकार करना चाहिए.''


क्या है पूरा मामला ?
दरअसल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में एमसीडी के चुनाव ईवीएम की जगह बैलट पेपर से कराने की मांग की है. केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्य सचिव को ये निर्देश भी दिए हैं कि वो इसके लिए चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखें. आम आदमी पार्टी के अलावा कांग्रेस, सीपीआई और सीपीएम ने भी यही मांग की है.


केजरीवाल को मिला कांग्रेस का साथ
कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने भी दिल्ली चुनाव आयोग को पत्र लिख बैलेट पेपर के इस्तेमाल की मांग की है. माकन ने अपने पत्र में लिखा है कि विधानसभा चुनाव में ईवीएम को लेकर कुछ सवाल उठे हैं, इसलिए बेहतर हो अगर एमसीडी चुनाव बैलेट पेपर के जरिये हो.


यूपी चुनाव के बाद मायावती ने उठाई थी मांग
यूपी चुनाव के बाद सबसे पहले मायावती ने बैलट पेपर से चुनाव करवाने की मांग की थी. मायावती के बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग का सपा- कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी ने भी समर्थन किया था. आप के नेता संजय सिंह ने ट्वीट कर कहा था, ‘’यूपी में भी नगर पालिका और नगर पंचायत के चुनाव बैलट पेपर से होते हैं. दिल्ली एमसीडी के चुनाव भी बैलेट पेपर से कराये जा सकते हैं.’’


एमसीडी में अभी क्या स्थिति है?
दिल्ली में दिल्ली की उत्तर, दक्षिण और पूर्व तीनों एमसीडी पर अभी बीजेपी का कब्जा है, लेकिन अप्रैल-मई में होने वाले चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस उसे कड़ी टक्कर देने की तैयारी कर रहे हैं. दिल्ली में पार्षदों की कुल संख्या 272 है. बीजेपी के पार्षदों की संख्या 153 है.