नई दिल्लीः कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए इस बार चीन ने अपने दरवाजे नहीं खोले जिसके चलते यात्रा पर गए यात्री अब कल दिल्ली वापस लौटेंगे. सोनीपत के रहने वाले महेंद्र राठी गंगटोक के मयूर होटल में रुके हैं. महेंद्र का कहना है कि हमे आज यानि 24 तारीख को नाथूला पार कर जाना था लेकिन पता चल रहा है दरवाज़े बंद हैं. महेंद्र को बताया गया है कि कल इन्हें वापस जाना है. यहां किसी तरह की कोई दिक्कत नही हुई.


यात्रा के लिए पहुंच चुके दो जत्थे गंगटोक में रुके हैं. पहले जत्थे में 47 यात्री जबकि दूसरे में 44 यात्री हैं जो सिक्किम की राजधानी गंगटोक के अलग अलग होटल में रुके हैं. बिजनौर के रहने वाले धर्मपाल सिंह ने बताया कि बहुत सुविधा मिल रही है. पहले भी नहीं जा पाया. दूसरी बार यहां आए लेकिन इस बार भी नहीं पहुँच पाए इस बात का दुख है. घर बता दिया कि वापस आ रहे हैं आगे नहीं जा पा रहे हैं.

कोलकाता के रहने वाले हरिदेव यादव माउंट जुपानो होटल में रुके हैं. यात्रा के बारे में अभी कुछ पता नही है. यादव का भी कहना है कि यात्रा कैंसिल हो गयी है. आगे का क्या अभी नही मालूम. यात्रा पर ना जाने का दुख यात्रियों का सामान भी होटल के बाहर रखा हुआ देखा जा सकता है. दूसरे जत्थे के 21 लोग माउंट जुपा होटल में रुका है. होटल के मैनेजर कुबेर क्षेत्री ने बताया कि दूसरा ग्रुप यहां हुआ है. 21 तारीख को इन्हें यहां से रवाना होना था. 24 तारीख को इन्हें नारथुला से निकल जाना था. यहां सब इंतज़ाम यात्रियों के लिए गए हैं

एबीपी न्यूज़ ने सिक्किम पर्यटन निगम के चेयरमैन रूप नारायण राय से इस बारे में बात की. उन्होंने बताया कि कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए पहला जत्था 15 जून को आया था जिसमें 47 यात्री जबकि दूसरा जत्था 20 जून को गंगटोक पहुँचा जिसमे 44 यात्री थे. लेकिन वहां गेट नहीं खुला. अभी सभी यात्रियों को सिक्किम के धार्मिक जगहों के दर्शन करवा रहे हैं. राय ने बताया कि उन्हें विदेश मंत्रालय से चिट्ठी आयी है कि कल दोनों जत्थों को वापस दिल्ली भेजना है. विदेश मंत्रालय की तरफ से बताया गया कि यात्रा स्थगित करने की वजह नहीं बताई गई है. सभी यात्रियों को अच्छी सुविधा यहां दे रहे हैं.

इस बार कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए कुल 7 जत्थों के तकरीबन 350 लोग जाने थे. 8 अगस्त को आखिरी जत्थे को गंगटोक में रिपोर्ट करना था. चीन की तरफ से इजाज़त नहीं मिलने पर अभी यात्रियों की जाने की संभावना कम ही है क्योंकि कल दोनों जत्थों के 91 लोग कल वापस दिल्ली जा रहे हैं.

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