मुंबई: मनसुख हिरेन मौत मामले की जांच कर रहे महाराष्ट्र एटीएस ने अहम जानकारी दी. एटीएस ने कहा कि पुलिस अधिकारी सचिन वाजे ने अपने बयान में बताया कि उन्होंने मनसुख हिरेन की स्कॉर्पियो का कभी इस्तेमाल नहीं किया. दरअसल, मनसुख की पत्नी ने आरोप लगाया था कि स्कॉर्पियों को मनसुख ने सचिन वाजे को नवंबर 2020 को दिया था जिसे उन्होंने 5 फरवरी 2021 को वापस किया.


सचिन वाजे ने इस बात से भी इनकार किया कि वे मनसुख की मौत से एक दिन पहले उससे मिले थे. उन्होंने कहा कि मनसुख का परिवार उनपर भरोसा करता था. इस वजह से मनसुख ने अपने परिवार के लोगों को कहा था कि अगर वो किसी भी प्रॉब्लम में आते हैं तो मुझसे (वाजे) से संपर्क करें.


सचिन वाजे को क्राइम ब्रांच से हटाया गया


बता दें कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बुधवार को घोषणा की कि मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे को अपराध खुफिया इकाई से तब तक के लिए हटा दिया गया है जब तक ऑटोमोबाइल पार्ट्स के व्यवसायी मनसुख हिरेन की रहस्यमयी मौत की जांच पूरी नहीं हो जाती है. देशमुख ने यह बयान महाराष्ट्र विधान परिषद् में दिया और कहा कि हिरन की मौत मामले में राज्य सरकार निष्पक्ष जांच कराएगी.


मंत्री ने कहा, ‘‘जांच जब तक पूरी नहीं हो जाती है तब तक पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को अपराध शाखा में उनके वर्तमान पद से हटा दिया जाएगा. विपक्ष की तरफ से बढ़ती मांग के परिप्रेक्ष्य में यह निर्णय किया गया है.’’ उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार हिरन की मौत मामले में निष्पक्ष जांच करेगी. उद्योगपति मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित घर के बाहर 25 फरवरी को एक वाहन में विस्फोटक पदार्थ पाए गए थे. बताया जाता है कि हिरेन उस वाहन के मालिक थे. 5 मार्च को मनसुख का शव बरामद हुआ था.


लाल किला हिंसा: क्राइम ब्रांच ने की दो और गिरफ्तारी, इनामी आरोपी लक्खा सिधाना अभी भी शिकंजे से बाहर