मुंबई: एंटीलिया कांड से लेकर मनसुख हिरेन मामले की जांच एनआईए और महाराष्ट्र एटीएस कर रही है. इस दौरान एजेंसियों ने अब तक कुल छह गाड़ियां जब्त की हैं जिसमें से 5 तो एनआईए की कस्टडी में हैं. वहीं एक महाराष्ट्र एटीएस की कस्टडी में है.


स्कॉर्पियो- यह गाड़ी मनसुख हिरेन की थी जिसका इस्तेमाल सचिन वाजे भी करते थे. उसी गाड़ी में 20 जिलेटीन स्टिक्स और धमकी भरा पत्र लिखकर मुकेश अंबानी के घर के नजदीक खड़ी कर दी गई थी.


इनोवा- यह सरकारी गाड़ी है. इस गाड़ी को आधिकारिक रूप से मुम्बई क्राइम ब्रांच की सीआईयू को इस्तेमाल करने के लिए दिया गया था. सीआईयू के इंचार्ज सचिन वाजे थे. यह वही इनोवा गाड़ी है जिसका इस्तेमाल इस क्राइम में किया गया. यह गाड़ी स्कॉर्पियो के साथ-साथ थी, जिस समय स्कॉर्पियो को एंटीलिया के पास खड़ा किया गया था. इस गाड़ी को एनआईए ने मुम्बई पुलिस के मोटर ट्रांसपोर्ट विभाग से जब्त किया था.


मर्सिडीज़, फॉर्मेट- इस गाड़ी का इस्तेमाल कर सचिन वाजे आखिरी बार अपने ऑफिस गए थे. इसी गाड़ी में 17 फरवरी को वाजे ने मनसुख के साथ सीएसटी के जीपीओ के पास मीटिंग की थी. उसी गाड़ी में से एनआईए को दो नोट गिनने की मशीन, 5 लाख 70 हजार कैश, केरोसिन की बोतल और चेक शर्ट मिला था.


लैंड क्रुजर प्राडो- इस गाड़ी का इस्तेमाल कर वाजे कई बार कमिश्नर ऑफिस आते थे. इसी गाड़ी का इस्तेमाल कर वाजे पहली बार मनसुख को स्टेटमेंट रिकॉर्ड करवाने के लिए अपने ऑफिस लेकर आये थे. इस गाड़ी में एनआईए को भी कई चीज़े मिली हैं.


मर्सिडीज़ फॉर्मेट (दूसरी गाड़ी है)- यह गाड़ी भी कमिश्नर ऑफिस के आसपास दिखाई दी थी जिसका सचिन वाजे ने कई बार इस्तेमाल किया है. एनआईए ने बताया कि इस गाड़ी के भी क्राइम में इस्तेमाल किए जाने का शक है, जिसकी जांच एनआईए कर रही है.


वॉल्वो कार- यह गाड़ी महाराष्ट्र एटीएस ने दमन से सीज की है. एटीएस ने बताया कि इस गाड़ी का भी इस्तेमाल इस क्राइम में हुआ है और इसी वजह से इस गाड़ी की तलाश एनआईए और एटीएस दोनों ही एजेंसी कर रही थी. इस गाड़ी से एटीएस को एक टीशर्ट, एक सफेद रंग का एक गमछा मिला है. फ़ॉरेंसिक टीम को गाड़ी की डिक्की से 2 बैग मिले हैं. इसमें से एक नीले रंग और एक काले रंग का बैग है. उस गाड़ी से दो शर्ट, एक जीन्स और दो चार्जर, एक बॉक्स मिला है जिसमें 2 बोतल है.


सचिन वाजे की कस्टडी की मांग करेगी महाराष्ट्र एटीएस, कई और परते खुलनी हैं बाकी