नई दिल्ली: बारिश और बाढ़ की वजह से आधा हिंदूस्तान पानी पानी है. उत्तर भारत से लेकर उत्तर पूर्व तक बाढ़ ने कहर मचाया है. अरुणाचल प्रदेश में चट्टान खिसकने से 14 लोगों की मौत हो गयी वहीं असम में भी अब तक करीब 26 लोग बाढ़ की चपेट में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं.


भारी बारिश से उत्तराखंड के कई जिलों में भी बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. उत्तराखंड में कई जगहों पर जमीन खिसकने से हाइवे बंद हैं. दिल्ली देहरादून हाइवे पर भी बारिश के बीच कई जगह पहाड़ से मलबा गिरा है. राहत की खबर ये है कि दिल्ली देहरादून हाइवे को आज खोला गया है लेकिन मलबे की वजह से गाड़ियों की लंबी कतार लगी है.


केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को सोनप्रयाग और गौरीकुंड में रोका गया है. दिल्ली-बदरीनाथ नेशनल हाइवे का बीस मीटर हिस्सा चमोली जिले के पांडुकेश्वर के पास लामबगड़ में टूट गया है. करीब 600 यात्री लामबगड़ में फंसे हैं. बदरीनाथ जाने वाले यात्रियों को जोशीमठ, पांडुकेश्वर और चमोली में सुरक्षित स्थानों पर रोका जा रहा है.


मौसम विभाग ने दी सतर्क रहने की सलाह
उत्तराखंड के नैनीताल में भी भारी बारिश का कहर जारी हैशहर में कई इलाकों में पानी भरने से बाढ़ जैसे हालात हो चुके हैं. मौसम विभाग ने अगले दो दिन तक भारी बारिश की आशंका जताई है. मौसम विभाग ने उत्तराखंड के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में भारी बारिश की आशंका जताई है. इस दौरान यात्रियों और प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.


उत्तर पूर्व में भी बाढ़ का कहर जारी
उत्तर पूर्व में भारी बारिश और बाढ़ ने उत्पात मचाया हुआ है. उत्तर पूर्वी के करीब 15 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. सबसे ज्यादा असर अमस के आस पास के इलाकों में हुआ है. कल खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके चिंता जताई है. गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू को बाढ़ राहत की निगरानी के काम में लगाया है.