आतंकी हमलों के डर से कश्मीर के कई BJP नेताओं ने दिया इस्तीफा, जेपी नड्डा के सामने उठाया गया मामला
बीजेपी के जम्मू कश्मीर महासचिव (संगठन) अशोक कौल ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के सामने यह मामला उठाया और पार्टी की जम्मू कश्मीर इकाई को अब पूरा विश्वास है कि सदस्यों की सुरक्षा के लिए कदम उठाया जाएगा.
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में ग्राम स्तर के नेताओं को हाल में आतंकियों की ओर से निशाना बनाए जाने के बाद करीब एक दर्जन बीजेपी नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद पार्टी ने घाटी के हर जिले में अपने सदस्यों और उनके परिवारों को हॉस्टल की तरह का सुरक्षित आवास मुहैया कराने का सुझाव दिया है.
बडगाम से बीजेपी के ओबीसी मोर्चे के जिलाध्यक्ष अब्दुल हमीद नजर की सोमवार तड़के अस्पताल में मौत के बाद चिंताएं बढ़ गई हैं. नजर को एक दिन पहले ही उनके गांव में गोली मार दी गई थी. बीजेपी के पंचायत सदस्यों और सरपंचों पर हाल के हमलों के बाद पिछले कुछ दिनों में कई पार्टी कार्यकर्ताओं खासकर निचले स्तर के कार्यकर्ताओं के इस्तीफे की बात स्वीकार करते हुए एक बीजेपी नेता ने कहा कि इनमें से कुछ मध्य कश्मीर के बडगाम जिले से हैं.
इन दिनों सोशल मीडिया पर बीजेपी नेताओं के इस्तीफे के एलान संबंधी पत्र और वीडियो पोस्ट किए जा रहे हैं. बीजेपी नेता ने कहा कि दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में बीजेपी के दो पंचायत सदस्यों और एक सरपंच ने पार्टी से इस्तीफा दिया है. उन्होंने कहा, ‘‘हंदवाड़ा, कुपवाड़ा और सोपोर से भी एक एक पार्टी कार्यकर्ता ने इस्तीफा दिया है.’’
बीजेपी के मीडिया प्रभारी मंजूर भट्ट ने कहा कि इन इस्तीफों का कोई असर नहीं होगा. हालांकि उनका कहना था कि पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं पर हमलों को गंभीरता से लिया है और उसने इन जिलों में अपने सदस्यों और उनके परिवारों के लिए सुरक्षित आवास तैयार करने का सुझाव दिया है.
भट्ट ने कहा कि बीजेपी के जम्मू कश्मीर महासचिव (संगठन) अशोक कौल ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के सामने यह मामला उठाया और पार्टी की जम्मू कश्मीर इकाई को अब पूरा विश्वास है कि सदस्यों की सुरक्षा के लिए कदम उठाया जाएगा.
वैसे कई बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को सुरक्षा या व्यक्तिगत सुरक्षित आवास प्रदान किया, लेकिन ज्यादातर का कहना है कि उन्हें अपने परिवार की भी देखभाल करनी हैं और वे उनके बगैर नहीं रह सकते.
भट्ट ने कहा, ‘‘यह भी, कि वे अन्य जिले में रहकर काम नहीं कर सकते. ऐसे में हमने सुझाव दिया है कि ऐसी हत्याएं रोकने के लिए हर जिले में हॉस्टल की तरह का आवास जैसे मुख्यालय, बीजेपी कार्यकर्ताओं और उनके परिवारों के लिए बनाया जाए.’’
पहले भी निशाने पर रहे हैं बीजेपी नेता आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर में बीजेपी अपना संगठन बढ़ाने पर ज़ोर दे रही है. हालांकि पार्टी को इसका नुकसान भी उठाना पड़ा है. पिछले महीने बांदीपोरा में आतंकियों ने बीजेपी के पूर्व ज़िला अध्यक्ष नेता वसीम बारी, उनके पिता और भाई की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
इससे पहले 2 नवंबर 2017 को आतंकियों ने कश्मीर के शोपियां में भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष गौहर भट्ट का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी थी. वहीं, 4 मई 2019 को आतंकियों ने कश्मीर अनंतनाग ज़िले में बीजेपी के वरिष्ठ नेता गुल मोहम्मद मीर की हत्या कर दी थी.
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