महाराष्ट्र में मंदिर खोलने के लिए विश्व हिंदू परिषद का राज्यव्यापी आंदोलन, कार्यकर्ता सहित कई साधु संत होंगे शामिल
मुंबई और महाराष्ट्र में मंदिर खोलने को लगतार बीजेपी लगातार उद्धव सरकार को घेरती रही है. सरकार के विरोध में बीजेपी के बड़े नेताओं ने जगह जगह प्रदर्शन भी किया है.
मुंबई: महाराष्ट्र में एक बार फिर मंदिर खोलने को लेकर उठी मांग. राज्य में लांबे समय से बंद पड़े मंदिरों को खोलने को लेकर विश्व हिंदू परिषद उद्धव सरकार के खिलाफ हुई आक्रामक. 24 अक्टूबर को मुम्बई सहित पूरे महाराष्ट्र में करेंगे आंदोलन. आंदोलन में विश्व हिंदू परिषद सहित कई मंदिरों के कई साधु संत होंगे शामिल.
मुंबई और महाराष्ट्र में मंदिर खोलने को लगतार बीजेपी लगातार उद्धव सरकार को घेरती रही है. सरकार के विरोध में बीजेपी के बड़े नेताओं ने जगह जगह प्रदर्शन भी किया है. इस बार विश्व हिंदू परिषद मंदिर खोलने को लेकर उद्धव सरकार को घेरनी की तैयारी में है. गुरुवार को विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता श्रीराज नायर ने 24 तारीख को राज्यव्यपी आंदोलन करने का फैसला किया है. इसकी घोषणा गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के द्वारा किया गया.
राज्यव्यपी आंदोलन की घोषणा करते हुए श्रीराज नायर ने कहा के लांबे समय से आज विविध संस्था व मंदिरे बंद रखे गए है. चरण बद तरीके से अनलॉक करते हुए राज्य में सभी मॉल्स, हॉटेल्स, बार, मेट्रो और अभी महिलओं के लिए लोकल ट्रेन भी चालू हो गई है. दशहरे को व्यायाम शाळा (जिम्म) सरकार शुरू कर रही है. गत दो महीनों से सभी बाजारपेठ, बैंक, कारखाने, सरकारी और बासगी कार्यालय, वाहतूक इत्यादी शुरू हो गया है लेकीन अभी भी मंदिर बंद है.
सात महीने से मंदिर बंद पड़े है. मंदिर से जुड़े हज़ारो लाखों परिवारों पर भुखमरी का खतरा मंडरा रहा है. आज प्रत्येक संकट तथा संक्रमण काल में हिंदू समाज भगवान की उपासना कर, मनशांती प्राप्त कर तणावमुक्त होता है. संपूर्ण राज्य अनलॉक होते हुए अनेक बार पत्रव्यवहार करने से भी सरकार ने मंदिरों को क्यों बंद रखा है यह समझ में नहीं आ रहा है. नवरात्री-दसरा, दिवाली यह धार्मिक स्थल हिन्दू के अत्यंत महत्वपूर्ण सण/उत्सव है.
विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता श्रीराज नायर ने राज्य में मंदिरों को खुलवाने हेतु होने वाले आंदोलन के बारे में जानकारी देते हुए बताया के 24 तारीख को राज्यव्यापी आंदोलन का समय शाम 5 बजे किया जाएगा. आंदोलन मुबई शहर में तीन मुख्य मंदिरों मुंबा देवी मंदिर (चरनी रोड), महेशवर मंदिर, असल्फा (अंधेरी) अंबा माता मंदिर, गोरेगांव सहित सम्पूर्ण महाराष्ट्र के प्रत्येक जिल्हे में, तथा हर गाव के प्रमुख मंदिरके बाहर तीव्र आंदोलन किया जाएगा. और जब तक सरकार मंदिर खोलने को लेकर कोई ठोस कदम नही उठाती है तबतक आंदोलन जारी रहेगा.