केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में दिल्ली के बाहर के नेताओं को नहीं भेजा जाएगा न्योता- सूत्र
16 फरवरी को दिल्ली के रामलीला मैदान में केजरीवाल मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगेआप से जुड़े सूत्रों के के मुताबिक दिल्ली के बाहर के नेताओं को न्योता नहीं भेजा जाएगा
नई दिल्ली: दिल्ली चुनाव के नतीजों के बाद अब 16 फरवरी को अरविंद केजरीवाल दिल्ली के रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. मुख्यमंत्री आवास पर आज हुई विधायक दल की बैठक में केजरीवाल को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुन लिया गया.
केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में मंच पर विपक्षी दलों की एकता वाली तस्वीर दिखने की संभावना कम ही है. आम आदमी पार्टी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में सिर्फ दिल्ली वालों को न्योता दिया जाएगा. सूत्रों की मानें तो दिल्ली के बाहर के नेताओं को न्योता दिए जाने की संभावना कम है. इसका मतलब है कि किसी दूसरे राज्य के मुख्यमंत्री या किसी और पार्टी के प्रमुखों को आम आदमी पार्टी की ओर से शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रण भेजे जाने की संभावना कम है.
अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने 2015 की तरह ही 2020 के विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल की है. 2015 में 14 फरवरी को दिल्ली के रामलीला मैदान में अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. इस बार 16 फरवरी को सुबह 10 बजे अरविंद केजरीवाल उसी रामलीला मैदान में शपथ लेंगे. इस शपथ ग्रहण समारोह में सम्मिलित होने के लिए आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की दो करोड़ जनता को आमंत्रित किया है.
वहीं विधायक दल की बैठक के बाद मनीष सिसोदिया ने कहा, ''अरविंद केजरीवाल को विधायक दल का नेता चुना गया है. 16 फरवरी को रामलीला मैदान में सुबह 10 बजे से शपथ ग्रहण होगा. मैं दिल्ली के लोगों को शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित करता हूं.''
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