CCTV से मॉनिटरिंग, यूपी में 135 PAC कंपनियों की तैनाती... जुमे की नमाज से पहले अलर्ट पर कई राज्य, जानें कहां कैसी तैयारी
Nupur Sharma Row: पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने के कुछ दिन बाद देश में फैली हिंसा को लेकर कई राज्य अभी भी अलर्ट पर हैं.
Prophet Mohammad Row: नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के विवादित बयान को लेकर यूपी (UP) में 3 जून और 10 जून को हिंसा हुई. इस तारीख से जरूरी ये जानना है कि उस दिन शुक्रवार (Friday) था. यानी जुमे की नमाज (Jume Ki Namaz) का दिन और आज भी जुमा है. ऐसे में लोगों को डर है कि कहीं आज फिर ना हिंसा (Violence) भड़क जाए. लिहाजा यूपी सरकार (UP Government) ने उपद्रवियों से निपटने के लिए पहले से ज्यादा तैयारी कर रखी है. खासकर उन इलाकों में ज्यादा सुरक्षा इंतजाम (Security Arrangements) किए गए हैं जहां पिछली बार हिंसा हुई थी. प्रयागराज (Prayagraj) से लेकर कानपुर (Kanpur) तक पुलिस अलर्ट (Police Alert) है. गोरखपुर, मेरठ और अमरोहा में भी सुरक्षा कड़ी की गई है. ड्रोन (Drone) से भी निगरानी की जा रही है.
10 जून को प्रयागराज में हुई हिंसा जैसी तस्वीरें जुमे पर आज देखने को ना मिले इसीलिए पुलिस चौकन्नी है. हर गली मोहल्ले में कड़ा पहरा है. पुलिस के आलाधिकारी खुद संवेदनशील इलाकों का मुआयना कर रहे हैं. अटाला से लेकर नुरुल्लाह रोड तक कमिश्नर, आईजी, डीएम, एसएसपी सभी अधिकारियों ने एक साथ फ्लैग मार्च किया. हालात से निपटने के लिए पूरे इलाके को 50 सेक्टर में बांटकर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है. बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई है.
इस तरह की तैयारी है प्रशासन की
- PAC और रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात किया गया
- अर्धसैनिक बलों को पूरे इलाके की जानकारी दी गई है
- 300 अतिरिक्त CCTV कैमरों से निगरानी की जा रही है
- 200 से ज्यादा वीडियोग्राफर ड्यूटी पर तैनात किए गए हैं
- संवेदनशील इलाकों में ड्रोन कैमरे से नजर रखी जा रही है
- होटल्स, गेस्ट हाउस, धार्मिक स्थलों पर कड़ी नजर रखी जा रही है
- जुमे पर प्रयागराज में कड़ा पहरा, 15 गुना ज्यादा फोर्स तैनात
PAC और रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात किया गया है इस बार 15 गुना ज्यादा फोर्स को तैनात किया गया है, अर्धसैनिक बलों को पूरे इलाके की जानकारी दी गई. इसके अलावा 300 अतिरिक्त CCTV कैमरों से निगरानी हो रही, 200 से ज्यादा वीडियोग्राफर ड्यूटी पर तैनात किए गए हैं. संवेदनशील इलाकों में ड्रोन कैमरे से नजर रखी जा रही. होटल्स, गेस्ट हाउस, धार्मिक स्थलों पर कड़ी नजर रखी जा रही. कानपुर में 3 जून को जुमे की नमाज के बाद जो कुछ हुआ वो सभी जानते हैं. पलभर में ही हर तरफ हिंसा की आग भड़ उठी. लिहाजा आज पुलिस चौकन्नी है. हर तरफ कड़ा पहरा है. संवेदनशील इलाकों में RAF जवान मुस्तैद किए गए हैं.
कानपुर में सुरक्षा के इंतजाम
- PAC की 9 कंपनी के साथ 4 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई
- 7 एसपी, 6 एडिशनल एसपी, 14 डिप्टी एसपी पेट्रोलिंग करेंगे
- 74 इंस्पेक्टर, 306 उप निरीक्षक को ड्यूटी पर लगाया गया
- 2000 सिविल डिफेंस और 1834 पुलिस युवा मित्र तैनात
- 8 ड्रोन कैमरों से चप्पे चप्पे की निगरानी हो रही है
- रिकॉर्डिंग के लिए 50 वीडियोग्राफर ड्यूटी पर लगाए गए
झारखंड में एक फिर हिंसा फैलने साजिश से सुरक्षा तगड़ी
जानकारी के मुताबिक व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए हिंसा फैलाने की साजिश रची जा रही है. बताया जा रहा है, जिहाद, माफिया 786 नाम से व्हाट्सएप ग्रुप बने हैं जिसके जरिए भड़काऊ पोस्ट किए गए हैं. खुफिया एजेंसियों ने राज्य सरकार को अलर्ट कर दिया है कि अराजक तत्व एक बार फिर हिंसा फैला सकते हैं. लिहाजा पुलिस ऐसे संदिग्ध व्हाट्सएप ग्रुप पर पैनी नजर रख रही है और सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
CCTV के जरिए रखी जा रही नजर
जुमे को देखते हुए रैपिड एक्शन फोर्स की 3 कंपनी तैनात की गई है. 2 हजार 500 अतिरिक्त सशत्र बल मुस्तैद किए गए हैं. CCTV, वीडियो रिकॉर्डिंग के जरिए भीड़ पर नजर रखी जा रही है. धार्मिक स्थलों के आसपास बैरिकेडिंग की गई. पुलिस की पूरी कोशिश है कि अराजकतत्व अपने मंसूबों में कामयाब ना हो सके.
बिहार में सुरक्षा चाक चौबंद
इसके अलावा बड़ी संख्या में जगह जगह सादी वर्दी में भी पुलिस की टीम (Police Team) को मुस्तैद रहने का निर्देश है. सड़क पर पुलिस की गाड़ियों की लंबी कतार है. पुलिस की गाड़ियों का सायरन लगातार बज रहा है. बिहार (Bihar) के नवादा (Nawada) में भी जहां जुमे की नमाज (Namaj) को लेकर प्रशासन (Administration) चौकन्ना है. पुलिस के आलाधिकारी खुद सड़क पर उतरे और लोगों को हिदायत दी कि अगर कोई धरना प्रदर्शन (Protest) करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.
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