नई दिल्ली: कोरोना वायरस के चलते भारत में कई मंदीरों में भक्तों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है. देश में इस वक्त तक कोरोना पॉजिटिव मरीज़ों की संख्या 151 तक पहुंच गई है. केंद्र और तमाम राज्य सरकारें इस वायरस को फैलने से रोकने को लिए हर कोशिश कर रही हैं. इसी के चलते देश में कई छोटे और बड़े धार्मिक स्थलों को बंद कर दिया गया है, ताकि लोगों की भीड़ इकट्ठा न हो सके. इसके अलावा कई मंदिरों में साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और भक्तों को मास्क और सैनिटाइज़र भी उपलब्ध करवाएं जा रहे हैं.


पिछले दिनों उज्जैन के महाकाल मंदिर में भस्मा आरती के दौरान लोगों के शामिल ने पर रोक लगाई गई थी. अब जम्मू के श्री माता वैष्णोदेवी की यात्रा पर भी 31 मार्च तक रोक लगा दी गई है. हम आपको उन धर्मस्थलों के बारे में बता रहे हैं, जहां भक्तों के प्रवेश पर पाबंदी लगाई गई है.


वैष्णोदेवी
वैष्णोदेवी के दर्शन के लिए लाखों लोगों का हुजूम जम्मू के कटरा पहुंचता है. लेकिन श्री माता वैष्णोदेवी ट्रस्ट ने वैष्णो देवी की यात्रा 31 मार्च तक बंद कर दी है. बता दें कि हाल के दिनों में कोरोना के खतरे के बीच भी वैष्णोदेवी के दर्शन के लिए हज़ारों श्रद्धालू रोज़ मंदिर पहुंच रहे थे. इस दौरान वहां लोगों की जांच भी की जा रही थी.


शिर्डी
कोरोना का प्रकोप भारत में ऐसा छाया है कि महाराष्ट्र के शिर्डी साई मंदिर को भी बंद करना पड़ा है. इस मंदिर को मंगलवार दोपहर तीन बजे से अगले आदेश तक के लिए श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है. बता दें कि इस साई मंदिर में रोज़ाना हज़ारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं.


तिरुपति बालाजी मंदिर
आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर में भी खास सतर्कता बरती जा रही है. मंदिर को अभी बंद नहीं किया गया है, लेकिन भक्तों की संख्या को लेकर कुछ खास कदम उठाए गए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक यहां वेटिंग की व्यवस्था को बंद कर दिया गया है. इसके अलावा इस मंदिर में पिछले कुछ दिनों में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में कुछ गिरावट देखी गई है. मंदिर में अब हर घंटे चार हज़ार श्रद्धालु से ज्यादा को दर्शन की अनुमति नहीं मिलेगी. साथ ही जो अंदर जा रहे हैं, उन्हें मास्क लगाकर आना होगा और सैनिटाइज़र भी साथ रखना होगा.


वाराणसी
वाराणसी में होने वाली मशहूर गंगा आरती में अब आम श्रद्धालु शामिल नहीं पाएंगे. जिला प्रशासन और गंगा सेवा निधि ने ये फैसला उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र लिया है. गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष के मुताबिक दशाश्वमेध घाट पर होना वाली गंगा आरती को 31 मार्च तक के लिए सांकेतिक कर दिया गया है.


सिद्धिविनायक और त्र्यंबकेश्वर
मुंबई में मौजूद इस मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है, लेकिन भीड़ जमा होने से रोकने के लिए मंदिर प्रशासन ने अगले आदेश तक के लिए मंदिर को बंद कर दिया गया है. इसके अलावा माहाराष्ट्र के ही औरंगाबाद में मौजूद त्र्यंबकेश्वर ज्योतिरलिंग के भी दर्शन पर पाबंदी लगाई गई है.


अमृतसर का गोल्डन टेंपल
यहां पर गोल्डन टेंपल तो बंद नहीं किया गया है, लेकिन परिसर में मौजूद गोल्डन टैम्पल प्लाजा को बंद कर गया है. यहां पर आने वाले लोगों को प्रशासन हैंड सैनिटाइज़र दे रहा है, ताकि हाथ साफ रहे.


दलाई लामा टैम्पल और गुरुवायुर मंदिर
धर्मशाला के मौजूद इस मंदिर को भी एक महीने के लिए बंद कर दिया गया है. इसके अलावा केरल के कोच्ची में मौजूद गुरुवायुर मंदिर में भक्तों के प्रवेश को सीमित किया गया है. 20 मार्च से 28 मार्च तक यहां भारणी महोत्सव दोता है, जिसको देखते हुए ये फैसला लिया गया है.