पुणे: आज एक बार फिर महाराष्ट्र का पुणे और औरंगाबाद सुलग उठा. आरक्षण की मांग कर रहे मराठा समुदाय के लोगों ने पुणे के चाकन में 16 गाड़ियों को आग के हवाल कर दिया और 25 गाड़ियों में जमकर तोड़फोड़ की. प्रशासन को हिंसक आंदोलनों को देखते हुए कुछ घंटों के लिए धारा 144 लागू करना पड़ा. हिंसा में करीब पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए. इसके अलावा शहर में तीन लोग पथराव में घायल हो गए. वहीं औरंगाबाद में एक शख्स ने आरक्षण की मांग करते हुए ट्रेन से कूदकर जान दे दी.


चाकन के साथ ही उस्मानाबाद, सोलापुर, कोल्हापुर, नंदूरबार और औरंगाबाद में आगजनी, हिंसा, सड़क जाम करने की घटनाएं हुईं और पैदल व मोटरसाइकिल पर नारेबाजी के साथ जुलूस निकाले गए. औरंगाबाद में प्रमोद होरे पाटील ने फेसबुक पर एक पोस्ट डालने के बाद ट्रेन के नीचे कूदकर आत्महत्या कर ली. उसने रविवार को आत्महत्या की थी, लेकिन उसका शव सोमवार को मुकुंदवाड़ी रेलवे स्टेशन के पास बरामद किया गया. इससे जिले के कुछ हिस्सों में बंद रहा.


 


चार मौत
मराठा आरक्षण की मांग को लेकर युवक ने औरंगाबाद में चलती ट्रेन के सामने छलांग लगाकर कथित रुप से आत्महत्या कर ली. मुकुंदवाड़ी थाने के वरिष्ठ निरीक्षक नाथा जाधव ने बताया कि प्रमोद जयसिंह होरे (35 वर्ष) ने कल फेसबुक और व्हाट्सएप पर लिखा था कि वह आरक्षण की मांग के समर्थन में अपनी जान दे देगा. उसने मुकुंदवाड़ी क्षेत्र में चलती ट्रेन के सामने कथित रुप से छलांग लगा दी.


पिछले एक हफ्ते में मराठा आरक्षण को लेकर यह चौथी मौत है. एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, जयसिंह ने फेसबुक पर लिखा था, ‘‘आज एक मराठा छोड़कर जा रहा है.......लेकिन मराठा आरक्षण के लिए कुछ कीजिए.’’ जयसिंह ने यह संदेश मराठी में लिखा. महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी में जुटे जयसिंह ने एक अन्य संदेश में लिखा था, ‘‘मराठा आरक्षण एक जान लेगा.’’ उसके कई दोस्तों ने उससे ऐसा नहीं करने का अनुरोध किया लेकिन उसने किसी की भी नहीं सुनी.



अगस्त क्रांति के दिन मुंबई में विशाल रैली
आरक्षण की मांग कर रहे मराठा संगठनों ने कहा कि नौ अगस्त को अपनी मांग के समर्थन में वे मुंबई में एक विशाल रैली करेंगे. मराठा क्रांति मोर्चा के नेता विनोद पोखरकर ने कहा, ‘‘हम नौ अगस्त को अगस्त क्रांति के दिन मुंबई में विशाल रैली करेंगे. हम सरकार को अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं.’’


मराठा समुदाय की ओर से उस वक्त से राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं जब से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि असामाजिक तत्व 23 जुलाई को आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर पंढरपुर में श्रद्धालुओं के बीच सांप छोड़ देंगे ताकि भगदड़ जैसी स्थिति पैदा की जा सके. औरंगाबाद, नवी मुंबई, ठाणे और नासिक में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए थे. एक युवक ने औरंगाबाद के गोदावरी नदी में कूदकर जान दे दी थी.


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'मराठा समुदाय को आरक्षण दे देना चाहिए'
सभी राजनीतिक दलों ने मराठा नेताओं से शांति और संयम की अपील की. इस बीच सत्तारूढ़ सहयोगी शिवसेना, और विपक्षी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने अपने विधायकों के साथ बैठकें की. विधानसभा में विपक्ष के नेता कांग्रेस के राधाकृष्ण विखे-पाटील ने राज्यपाल सी.वी. राव को पत्र लिखकर राज्य सरकार और आंदोलन कर रहे मराठाओं के बीच हिंसा व लंबित आरक्षण मुद्दे के शीघ्र हल के लिए दखल करने की मांग की.



शिवसेना ने कहा कि सरकार को राज्य पिछड़ा आयोग की रिपोर्ट का इंतजार नहीं करते हुए मराठा समुदाय को आरक्षण दे देना चाहिए. अपनी पार्टी के विधायकों के साथ एक बैठक के बाद शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘‘एससी, एसटी और ओबीसी के लिए मौजूदा आरक्षण को छुए बगैर शिक्षा एवं सरकारी नौकरियों में मराठा समुदाय को अतिरिक्त आरक्षण दिया जाना चाहिए.’


राजनैतिक रूप से प्रभावशाली मराठा समुदाय नौकरियों और शिक्षा में 16 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहा है. राज्य की जनसंख्या में इनकी तकरीबन 30 फीसदी आबादी है.


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