मराठा आरक्षण को लेकर महाराष्ट्र के 15 जिलों में हिंसक प्रदर्शन, आज मुंबई बंद का एलान
महाराष्ट्र में मराठा आबादी 33% यानी करीब चार करोड़ है. ऐसे में कोई भी सरकार इस समाज को नाराज नहीं कर सकती. इस आंदोलन का नेतृत्व मराठा क्रांति मोर्चा कर रहा है.
मुंबई: मराठा आरक्षण आंदोलन महाराष्ट्र में आग की तरह फैल गया है और हिंसक भी हो गया है. कल आरक्षण की मांग को लेकर महाराष्ट्र के 15 जिलों में हिंसक प्रदर्शन हुए. मराठा आंदोलन को लेकर आज मुंबई समेत आसपास के जिलों में बंद का एलान किया गया है. आज मुंबई, नवी मुंबई, पालघर, ठाणे, कल्याण, सातारा, नासिक में बंद बुलाया गया है. इस दौरान शांतिपूर्ण प्रदर्शन का एलान किया गया है. मुंबई में स्कूल, कॉलेज और लोकल सेवा पर बंद का असर नहीं होगा.
औरंगाबाद में एक आंदोलनकारी ने की आत्महत्या
मराठा आंदोलन को लेकर सबसे ज्यादा गर्म औरंगाबाद रहा है. दरअसल पिछले दो दिन में हुई हिंसा की शुरुआत औरंगाबाद में एक आंदोलनकारी की आत्महत्या के बाद हुई. परसों औरंगाबाद में काकासाहेब शिंदे ने नदी में कूदकर जान दे दी. परभणी में भी बसों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई.
पथराव में एक कांस्टेबल की मौत
कल भी औरंगाबाद में एक युवक ने जान देने के लिए नदी के सूखे हिस्से में छलांग लगा दी जो गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है. कल उस्मानाबाद में पथराव में एक कांस्टेबल की मौत हो गई जबकि औरंगाबाद में शिवसेना सांसद चंद्रकांत खरे के साथ बदसलूकी की गई और उन्हें भगा दिया गया. उनपर पथराव भी किया गया. शिरडी में एक आंदोलनकारी तो पानी की ऊंची टंकी पर चढ़ गया.
फडणवीस के आश्वासनों के बावजूद कुछ भी ठोस नहीं हुआ- मराठा क्रांति मोर्चा
मराठा क्रांति मोर्चा के संयोजक रविन्द्र पाटिल ने कहा है कि जब तक मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस मराठा समुदाय से माफी नहीं मांग लेते हम अपना प्रर्दशन जारी रखेंगे. हम औरंगाबाद और राज्य के अन्य हिस्सों में आज बंद रखेंगे. फडणवीस ने पंढरपुर के मंदिर की अपनी यात्रा मराठा संगठनों की इस धमकी के बाद स्थगित कर दी कि वे कार्यक्रम में बाधा पहुंचायेंगे. समुदाय के नेता अपनी मांगों को लेकर विभिन्न जिलों में रैलियां निकाल चुके हैं. पिछले साल मुंबई में मराठा क्रांति मोर्चा ने एक बड़ी रैली का आयोजन किया था. समुदाय के नेताओं का कहना है कि फडणवीस के आश्वासनों के बावजूद अबतक कुछ भी ठोस नहीं हुआ है.मराठा समाज की मांगें क्या हैं?
मराठा समाज 16% आरक्षण की मांग कर रहा है. ये समाज पिछड़ा वर्ग के तहत सरकारी नौकरी, शिक्षा के क्षेत्र में भी आरक्षण की मांग कर रहा है. पिछले दो सालों से महाराष्ट्र में ये आंदोलन चल रहा है. पिछले दो सालों में 60 से ज्यादा जगहों पर आंदोलन हुआ है. इतना ही नहीं मराठा समाज कोपर्डी गैंगरेप के दोषियों को फांसी देने की मांग कर रहा है. साल 2016 में कोपर्डी में नाबालिग से गैंगरेप हुआ था.
महाराष्ट्र में मराठा आबादी 33% यानी करीब चार करोड़ है. ऐसे में कोई भी सरकार इस समाज को नाराज नहीं कर सकती. इस आंदोलन का नेतृत्व मराठा क्रांति मोर्चा कर रहा है. मराठा आंदोलन में लाखों लोग शामिल हो रहे हैं.
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