Vice President Election 2022: भारत के उपराष्ट्रपति पद के चुनावों में विपक्ष की उम्मीदवार बनाए जाने पर मार्गरेट अल्वा की पहली प्रतिक्रिया सामने आ गई है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भारत के उपराष्ट्रपति पद के लिए संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में नामित होना मेरे लिए विशेषाधिकार और सम्मान की बात है. मैं विपक्ष की उम्मीदवार बनाए जाने के लिए विपक्षी नेताओं को धन्यावाद देती हूं कि उन्होंने इस पद के लिए मुझ पर अपना भरोसा जताया है.
अल्वा (80) अपना नामांकन पत्र 19 जुलाई को दाखिल करेंगी, जो छह अगस्त को होने वाले चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने उपराष्ट्रपति पद के लिए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को अपना उम्मीदवार बनाया है.
अल्वा को उम्मीदवार बनाने पर क्या बोले शरद पवार?
अल्वा को विपक्ष का उम्मीदवार बनाने का फैसला राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार के आवास पर 17 विपक्षी दलों की बैठक में लिया गया. पवार ने दो घंटे तक चली बैठक के बाद कहा कि हमने सर्वसम्मति से मार्गरेट अल्वा को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपने संयुक्त उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है.
बैठक में कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे और जयराम रमेश, माकपा के सीताराम येचुरी, भाकपा के डी राजा और बिनॉय विश्वम, शिवसेना के संजय राउत, द्रमुक के टी आर बालू और तिरुचि शिवा, सपा के रामगोपाल यादव, एमडीएमके के वाइको और टीआरएस के केशव राव शामिल हुए. राजद के ए डी सिंह, आईएमयूएल के ई टी मोहम्मद बशीर और केरल कांग्रेस (एम) के जोस के मणि भी बैठक में मौजूद थे.