मार्शल अर्जन सिंह का 98 साल की उम्र में निधन, एकमात्र 5 स्टार रैंक अफसर थे, पीएम मोदी ने जताया दुख
अर्जन सिंह को 1 अगस्त 1964 को वायुसेनाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था. वह पहले वायुसेना प्रमुख थे जिन्हें पायलट रहते हुए सीएएस (चीफ ऑफ एयर स्टाफ) नियुक्त किया गया था.
नई दिल्ली : इंडियन एयरफोर्स के मार्शल अर्जन सिंह का आज 98 साल की उम्र में निधन हो गया. अर्जन सिंह को शनिवार को दिल का दौरा पड़ने की आशंका के बाद सेना अस्पताल (आरएंडआर) में गंभीर हालत में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था.
India mourns the unfortunate demise of Marshal of the Indian Air Force Arjan Singh. We remember his outstanding service to the nation. pic.twitter.com/8eUcvoPuH1
— Narendra Modi (@narendramodi) September 16, 2017
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्जन सिंह के निधन पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'भारत इंडियन एयर फोर्स के मार्शल अर्जन सिंह के निधन पर दुखी है. हमें उनका देश के प्रति उतकृष्ट सेवा याद है.' आज पीएम मोदी और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण अर्जन सिंह को अस्पताल में देखने पहुंचे थे.
अर्जन सिंह को 1 अगस्त 1964 को वायुसेनाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था. वह पहले वायुसेना प्रमुख थे जिन्हें पायलट रहते हुए सीएएस (चीफ ऑफ एयर स्टाफ) नियुक्त किया गया था.
उन्होंने युद्ध के समय भारतीय वायु सेना का सफल नेतृत्व कर अपने प्रयास को दिखाया. 1969 में भारतीय वायु सेना से सेवानिवृत्ति पर, उन्हें स्विट्जरलैंड में भारतीय राजदूत नियुक्त किया गया था.
उनकी सेवाओं के सम्मान में, भारतीय वायु सेना ने उन्हें जनवरी 2002 में वायु सेना के मार्शल रैंक से सम्मानित किया और उन्हें पहला और एकमात्र 5 स्टार रैंक ऑफिसर बनाया गया.