26/11 Mumbai Attack: 26/11 के मुम्बई आतंकवादी हमले में शहीद हुए एनएसजी के कमांडर मेजर शहीद उन्नीकृष्णन की शहादत को 13 साल गुजर गये हैं. पाक के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हुए मेजर संदीप पर बनी फिल्म 'मेजर' की मेकिंग से जुड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस शुक्रवार को मुम्बई के उसी ताज महल होटल से जुड़ी इमारत में हुई जहां पर यह आतंकवादी हमला हुआ. इस खास मौके पर मेजर संदीप की मां धनलक्ष्मी उन्नीकृष्णन और पिता के. उन्नीकृष्णन ने भी शिरकत की और बेटे की जिंदगी से जुड़े कई पहलुओं को साझा किया.


शहीद मेजर संदीप की याद में आंसू नहीं रोक पाईं मां


मुम्बई हमले के 13 साल बाद हिंदी, तेलुगू और मलयालम में बनी फिल्म 'मेजर' की मेकिंग और इसकी रिलीज से जुड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने दिवंगत बेटे संदीप को याद करते हुए मां अपने जज्बात पर काबू नहीं कर पाईं और मंच से अपने बेटे की तमाम यादों को साझा करते हुए रों पड़ीं. रोते रोते उन्होंने अपने बेटे की जिंदगी की कई बातें मीडिया से साझा कीं. शहीद मेजर संदीप की मां ने कहा कि 2008 में मुम्बई हमले के कुछ महीने पहले (जुलाई-अगस्त, 2008) ही संदीप 41 दिन की छुट्टियों पर बंगलुरू स्थित घर पर आया था और उसने अपनी तमाम पसंदीदा जगहों पर जाने से लेकर अपनी हर पसंदीदा शौक को पूरा किया था.


छुट्टयां खत्म होने के बाद आर्मी ज्वाइन करने वाले थे संदीप


संदीप की मां ने कहा कि जब संदीप छुट्टियां खत्म होने के बाद फिर से आर्मी ज्वाइन करने के लिए लौटनेवाला था और जाने के लिए जब रेलवे स्टेश‌न पर गया था, तो वो खुद भी उनके साथ स्टेशन गईं थीं. रुंधें हुए गले से दिवगंत संदीप की मां ने बताया कि न तो उन्हें और न ही संदीप को इस बात का अंदाजा था कि संदीप फिर कभी जिंदा लौटकर आएगा  और ये दोनों की आखिरी मुलाकात साबित होगी. शहीद मेजर के‌ पिता के. उन्नीकृष्णन‌ ने कहा कि उनके बेटे की जिंदगी को हूबहू पर्दे पर उतारना संभव नहीं हैं क्योंकि उसकी जिंदगी और उसका व्यक्तित्व बहुआयामी था. उन्होंने कहा कि यही वजह है एक हद तक तो उनके बेटे की जिंदगी को पर्दे पर दिखाया जा सकता है, मगर उसकी पूरी जिंदगी को नहीं.


पिता ने‌ कहा कि उनका बेटा संदीप महज उनका बेटा नहीं, बल्कि उनका दोस्त, उनका शिष्य और उनका गुरू भी था और दोनों का रिश्ता एक आम बाप-बेटे से बेहद अलग था. शहीद संदीप की मां ने कहा कि उनकी बेटे की शहादत के बाद कई लोगों की तरफ से उन्हें बेटे की जिंदगी की पर फिल्म बनाने के ऑफर आए थे, मगर उनकी फिक्र थी बेटे पर एक बढ़िया और ऑथेंटिक फिल्म बने. शहीद मेजर संदीप उन्नीकृष्णन का रोल निभा रहे तेलुगू अभिनेता ने इस मौके पर कहा कि जब मुम्बई में आतंकी हमला हुआ था तो वो उस वक्त अमेरिका में थे और हमले के वक्त वो टीवी पर हमले की खबरों को फॉलो कर रहे थे.


फिल्म‌ में अभिनय के साथ ही इस फिल्म‌ को लिखनेवाले अदिवि ने बताया कि वे 10 सालों से यह सपना संजोये बैठे थे कि वे मेजर संदीप पर एक दिन फिल्म बनाने में जरूर कामयाब होंगे. अदिवि ने कहा कि उनका मकसद फिल्म में संदीप को महज आतंकियों से लड़ते हुए दिखाना नहीं बल्कि उनकी जिंदगी के हर पहलू और उनकी पूरी शख्सियत को दर्शाना था और इसीलिए उन्होंने इस फिल्म को लिखा भी और इसमें अभिनय भी किया है. 'मेजर' 11 फरवरी, 2022 को देशभर में रिलीज होगी.


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