Martyrs Day 2022 : पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने भगत सिंह को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है. सीएम भगवंत मान ने भगत सिंह की शहादत दिवस यानी 23 मार्च को पंजाब में अवकाश की घोषणा की है. इस घोषणा को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. आखिर ये शहीदी दिवस है क्या, क्यों सरकार ने इस दिन के लिए इतना बड़ा फैसला किया है. इसके अलावा कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनके मन में शहीदी दिवस की तारीख को लेकर कंफ्यूजन होगी, क्योंकि इसे साल में कई बार मनाया जाता है. येअलग-अलग दिन अलग अलग लोगों से जुड़े हैं.
2 खास दिनों में मनाया जाता है शहीद दिवस
अक्सर लोग शहीद दिवस को लेकर कंफ्यूज होते हैं. दरअसल यह बड़े लेवल पर साल में दो बार अलग-अलग तारीखों पर मनाया जाता है. इसके अलावा कुछ और वजहों से भी एक-दो दिन और इसे मनाया जाता है. इसी वजह से उनमें कंफ्यूजन की स्थिति रहती है. शहीद दिवस वाले दिन प्रमुख रूप से स्वतंत्रता सेनानियों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है. सबसे पहले भारत में 30 जनवरी को महात्मा गांधी की याद में शहीद दिवस मनाया जाता है. इसके बाद 23 मार्च को भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को श्रद्धांजलि देने के लिए शहीद दिवस मनाया जाता है. इसी दिन इन तीनों को फांसी की सजा दी गई थी. पंजाब सरकार ने इसी शहीद दिवस पर अवकाश की घोषणा की है.
कुछ और डेट भी
इसके अलावा भारत में कुछ और डेट पर भी अलग-अलग लोगों को याद करके शहीद दिवस मनाते हैं. इनमें से कुछ इस प्रकार हैं.
- 13 जुलाई: जम्मू कश्मीर में 13 जुलाई 1931 को कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के निकट प्रदर्शन करने पर शाही सैनिकों ने 22 लोगों की हत्या कर दी थी. इनकी याद में भी इस दिन को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है.
- 17 नवंबर: लाला लाजपत राय की पुण्यतिथि के रूप में इस दिन को मनाया जाता है. इस खास दिन को ओडिशा में शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है.
- 19 नवंबर: झांसी के लोग इस दिन को शहीद दिवस के रूप में मनाते हैं. 19 नवंबर को रानी लक्ष्मी बाई का जन्म हुआ था. 1857 के विद्रोह के दौरान उन्होंने जीवन का बलिदान दिया था.
- 21 अक्टूबर के दिन साल 1959 में केन्द्रीय पुलिस बल के जवान लद्दाख में चीनी सेना के एक एंबुश में शहीद हुए थे. इस कारण 21 अक्टूबर को पुलिस की ओर से शहीद दिवस मनाया जाता है.
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