Massive Fire Mundka Update: मुंडका आग हादसे में एक ही परिवार की तीन लड़कियां मिसिंग है. हमारी बच्चियां किसी भी हालत में हो बस मिल जाएं, चाहे वो जिंदा हो या मरी. ये बात मुंडका हादसे में मिसिंग मधु नाम की लड़की के पिता ने कही. मुंडका में बीती रात एक आग हादसा हो गया, जिसमें अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है. अभी काफी लोग मिसिंग भी है. उन्हीं में से 1 ही परिवार की तीन लड़कियों का पता अब तक नहीं चला है. इन तीन बेटियों के पिता आपस में सगे भाई हैं. एक भाई की दो बेटियां है और दूसरे भाई के 1 बेटी. ये तीनों लड़कियां वहीं काम करती थी, जहां बीते रोज आग हादसा हुआ. अब ये दोनों भाई अपनी बेटियों को खोजने के लिए बीती रात से हॉस्पिटल और थाने के चक्कर काट रहे हैं. 


हादसे में मिसिंग प्रीति और पूनम के पिता का कहना है कि प्रीति की उम्र 23 साल और पूनम की 20 साल है. पिता बताते हैं कि हमें कल 4 बजे कॉल आया था. उसने बताया कि पापा- मम्मी कंपनी में आग लग गयी है. उसकी मम्मी ने हमें फोन दिया, तब मैंने कहा कि जल्दी-जल्दी बचाव करो. प्रीति और पूनम के पिता आगे कहते हैं कि उसके बाद न फोन मिला न कोई जानकारी. पुलिस से पता करते रहे, लेकिन कुछ नहीं पता चला. किसी ने गुड़गांव बताया तो वहां चले गए. बहादुरगढ़ बताया तो वहां चले गए. राम मनोहर लोहिया, संजय गांधी सभी हॉस्पिटल में गए, लेकिन कहीं पता नहीं चला.


रात से ही चक्कर काट रहे


उन्होंने कहा कि हम रात से ही चक्कर काट रहे हैं. पिता आगे कहते हैं कि जो डेड बॉडी दिखाई गयीं, उसमें हमारी बेटी की पहचान नहीं हो पायी है. हम कह रहे है कि हमारा DNA टेस्ट करवा दो, लेकिन उसके लिए भी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है. यहां हम सुबह से ही बैठे हुए हैं. हम मुबारकपुर में रहते हैं. हमारी दोनों बेटियां काम करती हैं. पिता आगे बताते हैं कि दोनों बेटियों की मां बीमार रहती है. उसके इलाज के लिए और बेटियों की शादी के लिए सोचा था कि कुछ पैसे इकट्ठे हो जाएंगे तो हाथ पीले कर देगें. ये सब बात कहते हुए प्रीति और पूनम के पिता का गला रूंध जाता है. बीती रात मुंडका थाने में एप्लीकेशन लिखवाया, लेकिन उन्होंने कोई पर्ची नहीं दी है.


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बेटी से कल सुबह बात हुई


वहीं उनके भाई की एक बेटी भी मिसिंग है, जिसका नाम मधु है. मधु के पिता बताते हैं कि कल सुबह बात हुई थी. बेटी 9:30 बजे के करीब ऑफिस जाती थी.  उसने भाई को फोन किया था कि कंपनी में आग लगी है. हमें जैसे पता चला हम घर से भागते हुए मौके पर पहुंचे. तब तक काफी आग लग गयी थी. मधु के पिता कहते हैं कि वहां जो भी बाहर निकल कर आ रहा था, वो यही बोल रहा था कि हमें तो पता नहीं जी, पूरा धुआं धुआं हो गया है. जब हमने बेटियों के बारे में जानना चाहा तो किसी ने कहा कि ऊपर ही हैं, किसी ने कहा निकल चुकी है.


हमारे बच्चे हैं कहां हैं?


मधु के पिता आगे बताते हैं कि हम कल से ही परेशान है, कोई सुनवाई नहीं हुई है. पता नहीं चल रहा कि हमारे बच्चे हैं कहां?  हमारी यही रिक्वेस्ट है कि हमारी बच्चियां किसी भी हालत में वो बस मिल जाएं. चाहे वो जिंदा हो चाहे उनकी मौत हो गई हो. अगर पहचान नहीं हो रही तो DNA टेस्ट करवा लें. यहां हॉस्पिटल में जाने नहीं दे रहे. मधु के पिता कहते है कि हमने पुलिसवालों से बात की, फिर उन्होंने बॉडी दिखाई, लेकिन वो पहचान में नहीं आयी कि वो हमारे बच्चे हैं. बॉडी बहुत ज्यादा जल चुकी है. मधु के पिता कहते हैं कि बेटी की उम्र 21 साल है और वो कंपनी में डेढ़ साल से काम कर रही थी. सरकार से यही गुजारिश है कि हमारे बच्चे मिल जाएं.  


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