मोदी सरकार का मास्टर स्ट्रोक! किस मुद्दे पर एकसाथ हुए रूस-यूक्रेन, उड़े US और ड्रैगन के होश
India Russia Relations: रूस ने भारत के लिए INS तुषिल युद्धपोत बनाया है. आप को जान कर हैरानी होगी कि इसका इंजन यूक्रेन ने बनाया है.
India Russia Relations: भारत और रूस की दोस्ती बहुत पुरानी है. रूस ने मुश्किल समय में भारत की मदद की है. इस साझेदारी में हाल में ही एक अनोखा मोड़ आया है. इस साझेदारी में अब यूक्रेन भी शामिल हो गया है.
यह तीन देशों के बीच एक अनोखी त्रिकोणीय साझेदारी है, जो मौजूदा जियोपॉलिटिकल परिदृश्य में काफी महत्वपूर्ण है. इस साझेदारी को देखकर अमेरिका और चीन दोनों ही हैरान हैं क्योंकि इस समय रूस और यूक्रेन एक-दूसरे के खिलाफ युद्ध में है.
रूस ने सौपा भारत को नया युद्धपोत INS तुषिल
हाल में ही भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रूस की यात्रा पर गए थे. इस दौरान भारत को रूस से एक नया युद्धपोत INS तुषिल सौंपा गया. भारत के लिए एक यह एक महत्वपूर्ण घटना है क्योंकि रूस और यूक्रेन के बीच इस समय युद्ध चल रहा है. इसके बाद भी भारत को एक नया युद्धपोत मिल गया है. INS तुषिल एक क्रिवक III-क्लास वॉरशिप है.
रूस द्वारा इसे भारत के लिए डिजाइन और निर्मित किया गया है. इसकी सबसे खास बात ये हैं कि इसके प्राथमिक इंजन, गैस टर्बाइन, यूक्रेन में निर्मित हैं. ये एक अनोखी स्थिति क्योंकि एक रूसी वॉरशिप, यूक्रेनी इंजन के साथ, भारत को मिल रहा है.
जानें कैसे है भारत की कूटनीतिक जीत
ये भारत की कूटनीतिक क्षमता का एक शानदार उदाहरण है. इन कठिन हालातों में भी भारत ने रूस और यूक्रेन के साथ सकारात्मक संबंध बनाए रखें हैं. जबकि इस समय दोनों देश एक-दूसरे के खिलाफ युद्ध में हैं. भारत ने इस हालात का फायदा उठाकर दोनों देशों से सैन्य उपकरणों की खरीद की है. जिस वजह से भारत को अपनी सैन्य क्षमता को बढ़ाने में मदद मिली है. वहीं, भारत के संबंध रूस और यूक्रेन दोनों से मजबूत हुए हैं.
जानें क्यों जरूरी है भारत के लिए साझेदारी
ये साझेदारी भारत के लिए काफी ज्यादा जरूरी है. भारत, रूस और यूक्रेन, तीनों देशों का हिंद महासागर क्षेत्र में महत्वपूर्ण रणनीतिक हित है. चीन इस क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है. ऐसे में भारत, रूस और यूक्रेन के बीच की ये साझेदारी संतुलनकारी शक्ति के रूप में आगे आ सकती है. वहीं, INS तुषिल के शामिल होने से इंडियन नेवी की ताकत में इजाफा होगा. ये युद्धपोत अत्याधुनिक हथियारों और सेंसर सिस्टम से लैस है.