#MasterStroke: राहुल गांधी के 'रेप इन इंडिया' वाले बयान पर संसद में हंगामा, स्मृति ईरानी ने Come शब्द जोड़कर किया 'अर्थ का अनर्थ'
हंगामा लगातार हो रहा था. स्मृति ईरानी फिर खड़ी हुईं और राहुल गांधी के खिलाफ आरोपों की फेहरिस्त की एक और किश्त पेश की. उन्होंने कहा, "गांधी खानदान के एक सांसद ने ये आह्वान किया है कि महिलाओं का बलात्कार होना चाहिए. क्या आप दंडित करेंगे? आज मैं आपसे देश के परिवारों की ओर से अपील करती हूं. इस देश का हर पुरुष, हर पिता, हर भाई बलात्कारी नहीं है. महिला इस देश की उनकी बपौती नहीं है कि वो आह्वान करेंगे कम रेप इन इंडिया."
नई दिल्ली: आज हम सबसे पहले अर्थ का अनर्थ करने वाली राजनीति की बात करेंगे. राजनीति में शब्दों का बड़ा महत्व होता है. कभी-कभी बयान किसी संदर्भ में दिया जाता है और विरोधी उसे तोड़ मरोड़कर उसका इस्तेमाल अपने राजनीतिक फायदे के लिए कर लेते हैं. राहुल गांधी के दिए एक बयान पर स्मृति ईरानी ने आज ऐसी ही कोशिश की. रेप इन इंडिया वाले बयान में स्मृति ईरानी ने Come शब्द अपनी तरफ से जोड़ दिया और फिर जो राजनीतिक हंगामा हुआ. वो आज पूरे देश ने देखा. करीब आधे घंटे तक लोकसभा के अंदर नारेबाजी होती रही. स्पीकर चुपचाप सब देख रहे थे. बीजेपी की महिला सांसद हंगामा कर रही थीं. मंत्री बयानबाजी कर रहे थे. विपक्ष भी नारे लगा रहा था. लोकसभा में लोकतंत्र के इस उड़ते मखौल को पूरे देश ने देखा. और इस हंगामे में जनता की गाढ़ी कमाई के 11 करोड़ रुपये बर्बाद हो गए. आज लोकसभा का आखिरी दिन था, लेकिन कोई काम नहीं हुआ. सिर्फ हंगामा हुआ.
कहते हैं कि किसी वाक्य के आगे या पीछे लगा एक शब्द अर्थ का अनर्थ कर देता है. स्मृति ईरानी ने आज ऐसा ही किया. राहुल गांधी के बयान के आगे 'कम' यानी आओ लगाकर उन्होंने ऐसा अनर्थ किया कि लोकसभा को स्थगित ही करना पड़ा. आखिरी दिन कुछ काम नहीं हुआ. सिर्फ हंगामा ही हंगामा. इस हंगामे की अगुवाई केन्द्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी कर रही थीं.
क्या कहा था राहुल गांधी ने? राहुल गांधी ने कहा, "देश में नरेन्द्र मोदी ने कहा था मेक इन इंडिया. अब जहां भी देखो रेप इन इंडिया... अखबार खोलो, झारखंड में महिला से बलात्कार, यूपी में हर प्रदेश में हर रोज रेप इन इंडिया.. नरेन्द्र मोदी जी कहते हैं कि बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ... बीजेपी के एमएलए से बचाना है."
इस बयान मेक इन इंडिया को रेप इन इंडिया बनाने वाले वाक्य को बीजेपी ने पकड़ लिया और लोकसभा में उस तिल जैसे बयान का राजनीतिक जहाज बना दिया. बीजेपी पूरा मूड बनाकर आई थी. कार्यवाही शुरू होते ही मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मुद्दा उठाया और राहुल गांधी की माफी की मांग की. अब तक बीजेपी की महिला सांसदों ने शोर करना शुरू कर दिया था. अभी सीन में कहीं भी स्मृति ईरानी नहीं थीं. पश्चिम बंगाल से बीजेपी की सांसद लॉकेट चटर्जी ने बोलना शुरू किया.
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लॉकेट चटर्जी ने कहा, "हम लोग देश का बात कर रहे हैं. ये लोग रेप का बात कर रहे हैं. राहुल जी ने बोला रेप इन इंडिया, सब लोगों को ले आओ.. हमको रेप करो. कांग्रेस पार्टी ने पूरा का पूरा देश का रेप कर दिया है सर."
आपको बता दें जब ये हंगामा शुरू हुआ उस वक्त तक सदन में ना तो राहुल गांधी मौजूद थे और ना ही सोनिया गांधी. स्पीकर ओम बिरला भी चुप थे. वो भी हंगामा देख रहे थे. फिर स्मृति ईरानी ने मोर्चा संभाला. उन्होंने कहा, "ये राष्ट्र के इतिहास में पहली बार हुआ है कि गांधी खानदान का एक बेटा सरेआम कहता हो कि आओ हिंदुस्तान में बलात्कार करो. आज मैं अध्यक्ष जी आपसे पूछना चाहती हूं इस सदन के नेता हैं राहुल गांधी. इस सदन के सांसद हैं. क्या राहुल गांधी का ये वकतव्य है कि हिंदुस्तान में पुरुष महिला का बलात्कार करना चाहता है? क्या राहुल गांधी का ये संदेश है देश की जनता को वो सार्वजनिक आह्वान करते हैं कि देश की महिलाओं का बलात्कार होना चाहिए?
स्मृति ईरानी की इन बातों को सुनकर हम भी कन्फ्यूज हो गए. राहुल गांधी का ये बयान तो हमने सुना था. लेकिन स्मृति ईरानी ने जो आरोप लगाए. वो कहीं थे ही नहीं. हमने फिर से राहुल गांधी की पूरी रैली सुनी.
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झारखंड के गोड्डा में राहुल गांधी की ये रैली गुरुवार को यानी हुई थी. लेकिन इसमें कहीं भी राहुल गांधी ने ऐसी बातें नहीं कहीं जो स्मृति ईरानी और बीजेपी के दूसरे सांसद कह रहे थे. इसी दौरान बीजेपी के एक और सांसद संजय जायसवाल तो इस विवाद में राहुल गांधी की माता को ले आए. उन्होंने कहा, "ये बात 2 हजार साल पहले चाणक्य ने कही थी कि कभी विदेशी माता से उत्पन्न संतान राष्ट्रवादी नहीं हो सकती है. और इसका उदाहरण हम लोग देख रहे हैं. जिस तरह से उन्होंने इस पूरे देश को शर्मिंदा किया है, उसके लिए जितनी भी उनकी निंदा की जाए उतनी कम है."
हंगामा लगातार हो रहा था. स्मृति ईरानी फिर खड़ी हुईं और राहुल गांधी के खिलाफ आरोपों की फेहरिस्त की एक और किश्त पेश की. उन्होंने कहा, "गांधी खानदान के एक सांसद ने ये आह्वान किया है कि महिलाओं का बलात्कार होना चाहिए. क्या आप दंडित करेंगे? आज मैं आपसे देश के परिवारों की ओर से अपील करती हूं. इस देश का हर पुरुष, हर पिता, हर भाई बलात्कारी नहीं है. महिला इस देश की उनकी बपौती नहीं है कि वो आह्वान करेंगे कम रेप इन इंडिया." लेकिन लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला कुछ नहीं बोले. वो चुपचाप नीचे देखते रहे.. कुछ पढ़ते रहे.
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हंगामा लगातार हो रहा था. सदन में राहुल गांधी के खिलाफ नारे लग रहे थे. बीजेपी की महिला सांसदों के साथ पुरुष सांसद भी नारे लगा रहे थे. कुछ सांसद और मंत्री बैठे हुए थे. अब तक विपक्ष के सांसद भी खड़े हो गए थे. विपक्षी सांसद भी आगे आकर नारेबाजी कर रहे थे. माफी मांगो.. माफी मांगो... की नारेबाजी हो रही थी. करीब 8 मिनट तक लगातार हंगामा होता रहा, लेकिन लोकसभा स्पीकर ने ना तो हंगामा शांत करवाया और ना ही इन सांसदों को अपनी सीटों पर जाने के लिए कहा.
11 बजकर 22 मिनट पर संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने विपक्ष की महिला सांसदों को इस विवाद में घसीटा. उन्होंने कहा, "मैं इधर बैठी हुईं, सुप्रिया सुले जी को, कनिमोझी जी को और दूसरी महिला सदस्यों को पूछना चाहता हूं कि राहुल गांधी ने जो कहा है रेप इन इंडिया, इसका मतलब है कि इंडिया में आओ, रेप करके चले जाओ. उसके लिए आपका मत है?"
इस चुनौती का जवाब देने के लिए डीएमके की सांसद कनिमोझी खड़ी हुईं और सीधे राहुल गांधी का बचाव किया. उन्होंने कहा, "ये सदन के बाहर कहा गया. प्रधानमंत्री ने हमेशा कहा मेक इन इंडिया, हम उसका सम्मान करते हैं. हम भी चाहते हैं कि देश की अर्थव्यस्था आगे बढ़े. लेकिन देश में क्या हो रहा है? यही राहुल गांधी ने कहा है कि मेक इन इंडिया नहीं हो रहा है, इस देश में महिलाओं का रेप हो रहा है."
इसके बाद तो हंगामा और ज्यादा होने लगा. प्रह्लाद जोशी ने कहा, "ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक महिला होने के बाद भी आप उनका बचाव कर रही हैं."
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अब साढ़े 11 बज गए थे. इस हंगामे पर पहली बार लोकसभा स्पीकर बोले. सभी सदस्यों को अपनी सीट पर भेजा. फिर भी हंगामा नहीं रुका... तो सदन 12 बजे तक स्थगित हो गया. 12 बजते ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसी मुद्दे पर बोला और राहुल गांधी को कठघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा, "इस मेक इन इंडिया शब्द के साथ जिन शब्दों की तुकबंदी इस सदन के वरिष्ठ सदस्य राहुल गांधी के द्वारा की गई है, सचमुच मैं ये कहना चाहता हूं कि मैं तो आहत हुआ हूं, सदन आहत हुआ है, सारा देश आहत हुआ है. क्या इस सदन में ऐसे लोग चुनकर आते हैं, जो ऐसे शब्दों का प्रयोग करते हैं."
अब तक सदन में राहुल गांधी भी आ चुके थे. वो हंस रहे थे. उनके कुछ सांसद उन्हें कुछ बता भी रहे थे. लेकिन राजनाथ सिंह के बयान के बाद कार्यवाही सवा 12 बजे तक फिर स्थगित हो गई. सवा 12 बजे जब कार्यवाही शुरू हुई तो ओम बिरला ने सदन को ये जानकारी देनी शुरू की कि इस सत्र में क्या क्या काम हुआ. क्यों अब उन्हें लोकसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करनी थी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी सदन में मौजूद थे. और उनकी मौजूदगी में भी नारेबाजी हो रही थी. अब ये नारेबाजी कांग्रेस के सांसद कर रहे थे. नारेबाजी में राहुल गांधी शामिल नहीं थे. और फिर वंदे मातरम की धुन के साथ सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया.
राहुल गांधी सदन से बाहर आए तो अपनी बात पर अड़े रहे... और ये भी ऐलान कर दिया कि वो माफी नहीं मांगेगे. उन्होंने कहा, "पूरा मुद्दा अमित शाह, बीजेपी और नरेन्द्र मोदी ने नॉर्थ ईस्ट को जलाया है. उससे ध्यान हटाने के लिए ये कह रहे हैं. मैंने बोला कि नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि मेक इन इंडिया होगा. हमने सोचा कि अखबारों में मेक इन इंडिया दिखेगा. लेकिन अखबारों में सिर्फ रेप इन इंडिया दिखा. मैं इनसे माफी कभी नहीं मांगने वाला हूं.. थैंक यू वेरी मच."
स्मृति ईरानी सदन के बाहर भी अपनी बात पर अड़ी रहीं. इसी दौरान राहुल गांधी ने ये भी कहा वो प्रधानमंत्री मोदी का एक पुराना बयान ट्वीट करेंगे, जिसमें उन्होंने दिल्ली को रेप कैपिटल कहा था. उन्होंने कहा, "मेरे फोन पर एक क्लिप है, जिसमें नरेन्द्र मोदी जी दिल्ली को रेप कैपिटल कह रहे हैं. उसको मैं ट्विटर पर डाल दूंगा, उसको पूरा देश देख सकता है."
इसके बाद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का वो बयान ट्वीट किया. तब का बयान है, जब नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री नहीं थे. रेप जैसे घिनौने अपराध पर राजनीति नहीं होनी चाहिए... लेकिन अपने राजनीतिक फायदे के लिए, पूरे देश को भ्रमित करने के लिए ऐसी गलतबयानी भी नहीं होनी चाहिए, जैसी स्मृति ईरानी ने की.