Mata Vaishno Devi Railway Station: जम्मू कश्मीर के कटरा शहर में माता वैष्णो देवी रेलवे स्टेशन को यात्रियों के लिए नई सुविधाएं शुरू करने के लिए 40 करोड़ रुपए की लागत से पुनर्विकसित किया जाएगा. यह कदम अमृत भारत स्टेशन योजना का हिस्सा है जिसके तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19,000 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से देशभर के 553 रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की सोमवार (26 फरवरी, 2024) को आधारशिला रखी.
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने माता वैष्णो देवी रेलवे स्टेशन के औपचारिक पुनर्विकास को चिह्नित करते हुए एक पट्टिका का अनावरण किया, जो उनके उधमपुर संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है. यह स्टेशन रियासी जिले में है. पीएमओ में राज्य मंत्री सिंह ने इस अवसर पर एक सभा को संबोधित करते हुए बताया कि कटरा स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन योजना में शामिल करना इस क्षेत्र के विकास के लिए प्रधानमंत्री के विशेष जोर को दर्शाता है.
सोलर पैनल की सबसे पहले हुई थी इस स्टेशन से शुरुआत
यह याद करते हुए कि यह स्टेशन वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत के लिए चुने गए पहले स्टेशनों में से एक था. जितेंद्र सिंह ने कहा कि यह देश का पहला स्टेशन होने का गौरव भी रखता है जहां सौर ऊर्जा सुविधा की शुरुआत की गई थी.
'उधमपुर, जम्मू व बडगाम होंगे अमृत स्टेशन के रूप में पुनर्विकसित'
जितेंद्र सिंह ने बताया, ''आज के प्रयास के तहत, कटरा स्टेशन के अलावा, तीन अन्य स्टेशनों - उधमपुर, जम्मू और बडगाम - को भी अमृत स्टेशन के रूप में पुनर्विकसित किया जाएगा. चार में से तीन जम्मू क्षेत्र में हैं. यह जम्मू कश्मीर के विकास के लिए प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है.''
'इंटर-मॉडल स्टेशन के रूप में उभरेगा कटरा स्टेशन'
केंद्रीय मंत्री बोले, कटरा स्टेशन एक इंटर-मॉडल स्टेशन के रूप में उभरेगा. यह रेल, सड़क और हवाई यात्रा को एकीकृत करेगा ताकि लोग एक साधन से दूसरे साधन में निर्बाध रूप से जा सकें. पीएम मोदी ने देश की विकास यात्रा के हिस्से के रूप में, वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए आधार शिविर कटरा को चुना है. जब से प्रधानमंत्री मोदी ने देश का नेतृत्व संभाला है, नागरिकों की मानसिकता में बदलाव आया है. पीएम मोदी ने देश के प्रत्येक व्यक्ति और क्षेत्र के कल्याण के लिए समान अवसर सुनिश्चित किए हैं.
'मोदी सरकार में भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद पर अंकुश लगा'
जितेंद्र सिंह ने कहा, ''अब किसी गरीब आदमी के बच्चे बड़े सपने देख सकते हैं. वे सिविल सेवाओं जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं में भाग ले सकते हैं और सत्ता के गलियारों तक पहुंच सकते हैं. चाहे उनका धर्म, जाति या क्षेत्र कोई भी हो. उम्मीदें फिर से जगी हैं और भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद जैसी बुराइयों पर अंकुश लगा है.''