प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल के श्रीधाम ठाकुरनगर में मतुआ समुदाय की प्रख्यात हस्ति श्री श्री हरिचंद ठाकुर की 211 जयंती पर आयोजित ‘मतुआ धर्म महा मेला’ को मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंस के जरिये संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) द्वारा सोमवार को जारी बयान में कहा गया कि ठाकुर ने स्वतंत्रता से पहले अविभाजित बंगाल में अपना पूरा जीवन वंचितों, दबे कुचले लोगों की बेहतरी के लिए समर्पित किया. उनके द्वारा अब के बांग्लादेश स्थित ओरकांडी में साल 1860 में शुरू सामाजिक और धार्मिक आंदोलन से मतुआ धर्म की स्थापना हुई.


अखिल भारतीय मतुआ महासंघ ने ‘मतुआ धर्म महा मेला-2022’का आयोजन 29 मार्च से पांच अप्रैल के बीच किया है. मोदी ने ट्वीट कर रेखांकित किया कि साल 2019 में उन्हें ठाकुरनगर जाने का मौका मिला. उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस यात्रा को कभी नहीं भूल सकता है. यह बहुत विशेष थी कि बोरो मां बिनापानी ठाकुर का आशीर्वाद मिला.’’ प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही पिछले साल बांग्लादेश यात्रा के दौरान ओराकांडी ठाकुरबाड़ी में दिए भाषण का लिंक भी साझा किया है.


कौन है श्री श्री हरिचंद ठाकुर 


श्री श्री हरिचंद ठाकुर को देश की आजादी से पहले के दौर में अविभाजित बंगाल में उत्पीडि़त, समाज के दबे-कुचले और बुनियादी सुविधाओं से वंचित लोगों की भलाई के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया था. उनके द्वारा शुरू किया गया सामाजिक एवं धार्मिक आंदोलन वर्ष 1860 में ओरकांडी (अब बांग्लादेश में) से शुरू हुआ था और फिर इसकी परिणति मतुआ धर्म की स्थापना के रूप में हुई थी. इस मेले में असम, कर्नाटक और उत्तराखंड से लोग आएंगे. असम और उत्तर पूर्व राज्यों में भी मतुआ समुदाय के काफी लोग रहते हैं। इन सबके मद्देनजर रेलवे ने पहले ही विशेष टे्रनें चलाने की घोषणा की है.


ये भी पढ़ें:


Padma Vibhushan: यूपी के पूर्व CM कल्याण सिंह को मरणोपरांत मिला पद्म विभूषण, बेटे ने लिया सम्मान


Gorakhpur News: यूपी ATS ने आतंकियों को फंडिंग देने वाले एजेंट को किया गिरफ्तार, आरोपी पर था 25 हजार रुपये का इनाम