नई दिल्ली: साल 2006 में अपने से 30 साल छोटी स्टूडेंट जूली के साथ प्रेम कहानी से चर्चा में आए प्रोफेसर मटुकनाथ ने अपनी लवस्टोरी को लेकर खुलकर बात की है. मटुकनाथ ने जूली से अपने प्रेम और उनसे अलग होने से जुड़ी कई बातों से पर्दा उठाया है. उन्होंने कहा है कि हम दोनों में से किसी ने एक दूसरे को नहीं छोड़ा है. हमारा शरीर और जगह साथ नहीं है लेकिन हम दोनों का दिल एक ही साथ है.


मटुकनाथ ने कहा प्रेम का संबंध उसके टिकाऊपन से बिल्कुल नहीं है. प्रेम का संबंध उसकी संवेदनशीलता से है. प्रेम तीन तल में रहता है, पहला शरीर का तल है जिसमें विवाह हो जाता है और वो टिकाऊ हो सकता है क्यों कि वो वास्तव में प्रेम नहीं है. दूसरा मन के तल का प्रेम है, मन चंचल है इसलिए इस प्रेम का कोई भरोसा नहीं है, मन बदलेगा तो प्रेम चला जाएगा. तीसरा प्रेम हार्दिक होता है, जिसका संबंध करुणा से होता है. वो प्रेम खत्म नहीं होता और हम लोगों ने जो प्रेम किया है वह शरीर और मन को होते हुए हृदय के तल पर स्थित है. और उस तल में यह आवश्यक नहीं है कि आपका प्रेमी आपके पास हो.


जूली से बिछड़ने के सवाल पर मटुकनाथ ने कहा, हम दोनों में से किसी ने एक दूसरे को नहीं छोड़ा है. हमारा शरीर और जगह साथ नहीं है लेकिन हम दोनों का दिल एक ही साथ है. मटुकनाथ ने कहा वह अज्ञात स्थान पर है. जूली मेरे टच में भी है और जब इच्छा होती है तो वह मुझसे बात भी करती है. प्रेम ने जूली का पुराना जीवन तबाह कर दिया है और अब जो जूली अवतरित होगी उसे सब देखते ही रह जाएंगे. खुदा का नूर टपकेगा उसके चेहरे से.


पत्नी के बारे में सवाल पूछने पर मटुकनाथ ने कहा कि मैने उनके साथ कोई ज्यादती नहीं की है मैने सिर्फ प्रेम किया है. अपनी पत्नी और जूली दोनों से दूर होने के सवाल पर मजाकिया अंदाज में मटुकनाथ ने जवाब दिया- 'न खुदा ही मिला न विशाल-ए- सनम, न इधर के रहे न उधर के रहे'.


मटुकनाथ ने यह भी कहा कि मेरे जीवन में प्रेमिकाएं अनंत हैं. मैं किसी स्त्री को इंकार नहीं कर सकता कि वह मेरी प्रेमिका न बने. यह मेरे लिए संभव नहीं है.


आपको बता दें कि मटुकनाथ और जूली साल 2006 में अपनी लव स्टोरी को लेकर चर्चा में आए थे. इसके बाद दोनों काफी दिनों तक लिव इन रिलेशनशिप में भी रहे. लेकिन साल 2014 में जूली मटुकनाथ को छोड़कर पटना से चली गई. फिलहाल जूली, मटुकनाथ के साथ नहीं है.


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