'हिंदू-मुस्लिम समुदायों के बीच खाई और बढ़ सकती है, ऐसे में...', जमीयत चीफ महमूद असद मदनी ने अमित शाह को लिखी चिट्ठी
Maulana Mahmood Asad Madani: मौलाना मदनी ने गृमंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर उत्तरकाशी में 15 जून को होने वाली हिंदू महापंचायत को रोकने की अपील की है.
Uttarkashi Hindu Mahapanchayat: जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने उत्तराखंड के उत्तरकाशी में 15 जून को होने वाली हिंदू महापंचायत को रोकने की अपील की है. मदनी मे इसको रोकने के लिए गृह मंत्री और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखा है.
दरअसल, उत्तराखंड के उत्तरकाशी में कथित 'लव जिहाद' को लेकर हिंदू संगठनों के लोगों ने जमकर हंगामा किया. यहां 15 जून को हिंदू महापंचायत होने वाली है, जिससे पहले मुस्लिमों को उत्तरकाशी छोड़ कर चले जाने के पोस्टर चस्पा किए गए हैं.
'विभाजन फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो'
मौलाना मदनी ने उत्तरकाशी में मुस्लिम समुदाय के निष्कासन की धमकी पर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने समाज में विभाजन फैलाने वाली ताकतों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और भारत के नागरिकों के जान-माल की रक्षा करने का आग्रह किया है.
'हिंदू-मुस्लिम के बीच खाई और बढ़ सकती है'
मौलाना मदनी ने गृमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि 15 जून को उत्तरकाशी में होने वाली महापंचायत को रोका जाए, नहीं तो राज्य में सांप्रदायिक संघर्ष की स्तिथि बन सकती है और हिंदू-मुस्लिम समुदायों के बीच खाई और बढ़ सकती है.
मौलाना मदनी ने कहा कि कानून व्यवस्था और सांप्रदायिक सौहार्द के मामले में उत्तराखंड एक आदर्श राज्य रहा है, उत्तरकाशी में जो हो रहा है वह उसके स्वभाव से मेल नहीं खाता. वे खुलेआम दोनों संप्रदायों के बीच डर और दुश्मनी फैला रहे हैं. मौलाना मदनी ने पत्र में आगे कहा है कि सरकार और उसकी एजेंसियों की ओर से निष्क्रियता ने इस गंभीर सांप्रदायिक स्थिति को और बढ़ा दिया है.
'कानून की पहुंच से बाहर हैं डराने वाले'
उन्होंने याद दिलाया कि यह उत्तराखंड की धरती है जहां कुछ साम्प्रदायिक तत्वों ने 'धर्म संसद' आयोजित कर मुसलमानों के नरसंहार की धमकी दी थी. जिन लोगों ने एक साल पहले इन कार्यक्रमों का आयोजन किया था, वे न केवल कानून की पहुंच से बाहर हैं, बल्कि वे इस मौजूदा घटना में नफरत फैलाने वालों और डराने वालों में भी शामिल हैं.
मौलाना मदनी ने लिखा है कि हिंदूवादी संगठन खुलेआम पोस्टर लगा रहे हैं, वीडियो जारी कर रहे हैं और दुर्भाग्य से स्थानीय पुलिस तमाशबीन बनकर खड़ी है. राज्य में बढ़ता इस्लामोफोबिया और सांप्रदायिकता समाज को विभाजित कर रही है और सांप्रदायिक सद्भाव को खत्म कर रही है.
सीएम धामी से मिले वक्फ बोर्ड सदस्य
इस बीच उत्तराखंड वक्फ बोर्ड और हज कमेटी के सदस्यों ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की और मुसलमानों को परेशान करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी. उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स, लक्सर विधायक मोहम्मद शहजाद और हज समिति के अध्यक्ष खतीब अहमद, अन्य लोगों के साथ, सोमवार को धामी से उनके आधिकारिक आवास पर मिले.
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