कुशीनगर में मुस्लिम महिलाओं के साथ हुई हैवानियत! मौलाना महमूद मदनी ने CM योगी और राज्यपाल से कर दी ये मांग
Maulana Mahmood Madani on Kushinagar Women Attack: मौलाना मदनी ने अपने पत्र में कहा है कि इस घटना के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी स्थानीय पुलिस का रवैया अत्यंत निराशाजनक है.
जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कुशीनगर जिले के थाना नेबुआ नौरंगिया गांव के मौजा रामपुर लोकरिया में 2 जनवरी 2025 को हुई शर्मनाक घटना पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है.
पत्र में लिखा गया है कि नेबुआ नौरंगिया गांव के एक परिवार की तीन मुस्लिम महिलाओं पर गांव के दो दर्जन से अधिक लोगों ने लाठी-डंडों से हमला किया, उन्हें निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया और उनका सामान भी आग के हवाले कर दिया. पीड़ित महिलाओं ने मीडिया को दिए अपने वीडियो बयान में बताया कि उन्हें गंभीर शारीरिक और मानसिक यातनाएं दी गईं और जब निर्वस्त्र कर उन्हें जलाने की कोशिश की गई, तो वह भाग कर पड़ोसी गांव में पनाह लेने पर मजबूर हुई, जहां स्थानीय लोगों ने उनकी सहायता की और और पहनने के लिए कपड़े दिए.
पीड़ित परिवार के आठ सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज
मौलाना मदनी ने अपने पत्र में कहा है कि इस घटना के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी स्थानीय पुलिस का रवैया अत्यंत निराशाजनक है. गहराई से जांच किए बिना ही एसएचओ इन आरोपों को निराधार बताकर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि रिपोर्ट के मुताबिक, ग्राम प्रधान राजू सिंह का कहना है कि इस मामले में इन तीनों महिलाओं के साथ बेहद निर्दयता की गई है. हैरानी की बात यह है कि गोरखपुर के गुलरिहा थाना पुलिस ने पीड़ित परिवार के आठ सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि पीड़ित परिवार ने दलित समुदाय की एक महिला को भागने में मदद की है, लेकिन महिलाओं को निर्वस्त्र करने जैसे गंभीर मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
क्या बोले मौलाना मदनी ने
मौलाना मदनी ने कहा कि महिला किसी भी वर्ग और धर्म से संबंध रखती हो, उनका सम्मान इस देश का सम्मान है. जिन लोगों ने समाज में ऐसा घिनौना कृत्य किया है, उनके इस आपराधिक कृत्य को सहन नहीं किया जाना चाहिए. मौलाना मदनी ने राज्यपाल आनंदीबेन से के नाम अपने एक अलग पत्र में इस बात का विशेष रूप से उल्लेख किया है कि एक महिला के रूप में आप निश्चित तौर पर इन महिलाओं के असहनीय दर्द और पीड़ा को महसूस कर सकती हैं. इनका यह असहनीय अनुभव न केवल उनके अधिकारों का घोर उल्लंघन है बल्कि यह हमारे समाज में सभी महिलाओं के सम्मान और गरिमा का खुला अपमान भी है. इसलिए इस मामले में आपका विशेष हस्तक्षेप अत्यंत आवश्यक है ताकि न्याय को सुनिश्चित किया जा सके और यह स्पष्ट संदेश दिया जा सके कि इस तरह की हिंसक घटनाओं के लिए समाज में कोई स्थान नहीं है.
घटना की निष्पक्ष और तत्काल जांच की मांग
मौलाना मदनी ने पत्र में मांग की है कि घटना की निष्पक्ष और तत्काल जांच की जाए, आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. पीड़ित महिलाओं की सहायता और उनके पुनर्वास के लिए परामर्श और कानूनी मदद प्रदान की जाए. मौलाना मदनी ने आगे कहा कि ऐसी गंभीर घटनाओं पर चुप रहने और न्याय प्रदान न करने से जनता का कानून पर विश्वास कमजोर होता है. उन्होंने राज्यपाल से अपील की कि वह इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करें और पीड़ितों को न्याय दिलाएं, ताकि न्याय की जीत हो और समाज में कानून का राज स्थापित हो.
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