Waqf Board Act: अखिल भारतीय इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक पर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अब मुसमानों को सड़क पर आना होगा. न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि जैसे किसानों ने शहादत देकर तीन कानून वापस करवाए थे, वैसे ही अब मुसलमानों को सड़क पर आकर अपने हक की लड़ाई संवैधानिक तौर पर लड़नी होगी.


'वक्फ को समझना जरुरी'


केंद्र सरकार संसद में वक्फ बोर्ड की शक्तियों और उसकी कार्यप्रणाली में संशोधन से संबधित बिल लाने की तैयारी में है. इसे लेकर मौलाना साजिद रशीदी ने कहा, "वक्फ को समझना जरुरी है. यह हमारे भले के लिए है और सरकार ने संवैधानिक तौर पर हमें वक्फ का अधिकार दिया है. अभी मुसलमान खामोश है. हमारी बहुत सारी प्रॉपर्टी अभी राज्य सरकार और केंद्र सरकार के पास है. इनको (सरकार) डर है कि अगर मुसलमान अपना हक मांगने लगेगा तो मुसलमान जग जाएगा."


'केवल मुसलमानों को किया जा रहा टारगेट'


मौलाना साजिद रशीदी ने कहा, "जब से मोदी सरकार बनी है तब से केवल मुसलमानों को टारगेट करने के लिए बिल ला रही है. महंगाई और रोजगार पर कोई बात नहीं हो रही है. जिन हिन्दुओं ने बीजेपी को वोट दिया है, उनको भी सोचना होगा कि इस सरकार ने हमारे लिए क्या किया. बीजेपी देश में ऐसा माहौल बना रही है कि देश का दुबारा बंटवारा हो."


वक्फ बोर्ड अधिनियम में संशोधन ला सकता है केंद्र


सूत्रों के अनुसार शुक्रवार (2 अगस्त 2024) की शाम कैबिनेट ने वक्फ अधिनियम में करीब 40 संशोधनों को मंजूरी दे दी है. प्रस्तावित संशोधनों के अनुसार वक्फ बोर्ड की विवादित संपत्तियों के लिए निवार्य सत्यापन का प्रस्ताव किया गया है. इसके अलावा अगर किसी प्रॉपर्टी को लेकर वक्फ बोर्ड और किसी व्यक्ति के बीच विवाद चल रहा है तो उसका भी सत्यापन कराया जाएगा.


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