मायावती ने आरएस कुशवाह को यूपी में बीएसपी का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया है. अब तक रामअवतार राजभर ये काम देख रहे थे. उन्हें अब पार्टी का महामंत्री बना कर मध्य प्रदेश का प्रभारी बना दिया गया है. इस से पहले बीएसपी सांसद अशोक सिद्धार्थ के पास ये ज़िम्मेदारी थी. लेकिन बहनजी उनसे नाराज़ हैं. क्योंकि भोपाल के जिस होटल में उन्हें पिछले महीने ठहराया गया था. वहां सीढीयां चढ़ने के कारण मायावती का पैर मुड़ गया था. लेकिन अशोक सिद्धार्थ कर्नाटक और तमिलनाडु के प्रभारी बने रहेंगे. लालजी वर्मा को छत्तीसगढ़ में पार्टी का प्रभारी बनाया गया है.
अगले 20-22 सालों तक मैं ही पार्टी की अध्यक्ष रहूंगी, कोई सपना न देखे: मायावती
बीएसपी ने हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल के साथ गठबंधन किया है. जबकि कर्नाटक में वो एचडी कुमारस्वामी की पार्टी जेडीएस के साथ हैं. लोकसभा में खाता न खोल पाने वाली बीएसपी की मायावती अचानक विपक्ष की बड़ी चेहरा बन गई है. कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण में सब उनसे मिलने को बेताब लग रहे थे. सोनिया गांधी से लेकर ममता बनर्जी तक. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ बहिनजी कांग्रेस से चुनावी तालमेल के मूड में नहीं हैं. समाजवादी पार्टी से गठबंधन को लेकर वे किसी जल्दबाज़ी में नहीं हैं. गोरखपुर और फूलपुर में एसपी को समर्थन देने वाली बीएसपी ने कैराना के उपचुनाव से दूरी बनाए रखी. मायावती को आरएलडी के चौधरी अजीत सिंह पर रत्ती भर भरोसा नहीं है. बहिनजी की कोशिश पहले अपनी पार्टी मज़बूत करने की है. और फिर इरादा लोकसभा चुनाव में अधिक से अधिक सीटें जीतने का है.
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