सीमा विवाद पर बोलीं मायावती- चीन पर कार्रवाई सरकार का दायित्व, ये उन पर छोड़ दें
बसपा अध्यक्ष मायावती ने चीन के साथ झड़प में शहीद हुये सैनिकों को लेकर एक ट्वीट किया है. इसके जरिये उन्होंने दुख व्यक्त करते हुये यह भी कहा कि विशेषज्ञों की राय अलग अलग हो सकती है लेकिन ये सरकार का दायित्व है और उन्हें उचित कदम उठाना चाहिये
लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने चीन के साथ हुये भारतीय सेना के संघर्ष पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुये कहा कि सरकार और विपक्ष दोनों को इस मामले पर एकजुटता के काम करना चाहिये. मायावती ने कहा कि ऐसा कदम उठाया जाये जो देश दुनिया को दिखे व प्रभावी सिद्ध हो. यही नहीं बसपा सुप्रीमो इस ट्वीट के जरिये सरकार के समर्थन में दिखाई दीं.
बसपा प्रमुख ने ट्वीट करते हुये लिखा कि ''अभी हाल ही में 15 जून को लद्दाख में चीनी सेना के साथ हुए संघर्ष में कर्नल सहित 20 सैनिकों की मौत से पूरा देश काफी दुःखी, चिन्तित व आक्रोशित है। इसके निदान हेतु सरकार व विपक्ष दोनों को पूरी परिपक्वता व एकजुटता के साथ काम करना है जो देश-दुनिया को दिखे व प्रभावी सिद्ध हो।''
1. अभी हाल ही में 15 जून को लद्दाख में चीनी सेना के साथ हुए संघर्ष में कर्नल सहित 20 सैनिकों की मौत से पूरा देश काफी दुःखी, चिन्तित व आक्रोशित है। इसके निदान हेतु सरकार व विपक्ष दोनों को पूरी परिपक्वता व एकजुटता के साथ काम करना है जो देश-दुनिया को दिखे व प्रभावी सिद्ध हो। 1/2
— Mayawati (@Mayawati) June 22, 2020
उन्होंने ट्वीट के अगले हिस्से में लिखा कि चीन के खिलाफ सरकार उचित कदम उठाये. यही नहीं उन्होंने लिखा कि ये पूरी तरह सरकार के ऊपर छोड़ देना चाहिये है वह क्या कार्रवाई करती है. अपन ट्वीट में बसपा प्रमुख ने लिखा कि ''ऐसे कठिन व चुनौती भरे समय में भारत सरकार की अगली कार्रवाई के सम्बंध में लोगों व विशषज्ञों की राय अलग-अलग हो सकती है, लेकिन मूल रूप से यह सरकार पर छोड़ देना बेहतर है कि वह देशहित व सीमा की रक्षा हर हाल में करे, जो कि हर सरकार का दायित्व भी है''।
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री के बयान पर उठाये सवाल
आपको बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी को उनके बयान पर घेरा है. सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री को हमेशा ये ध्यान रखना चाहिये कि उनकी बातों का कितना असर होगा. इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और सरकार को इस मौके पर मजबूती के साथ खड़ा होना चाहिये ताकि शहीद जवानों को जिन्होंने अपनी जमीन की रक्षा के लिये बलिदान दिया, उन्हें न्याय मिल सके.
दरअसल मनमोहन सिंह के इस बयान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान से जोड़कर देखा जा रहा है जिसमें उन्होंने कहा था कि भारतीय सीमा में किसी ने घुसपैठ नहीं की है और ना ही किसी चौकी पर कब्जा किया है. गौरतलब है कि मोदी ने यह बयान सर्वदलीय बैठक के दौरान दिया था.
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