Delhi MCD Budget Session: दिल्ली एमसीडी में बुधवार (29 मार्च) को बजट पर चर्चा का दूसरा दिन था. इससे पहले मंगलवार (28 मार्च) को बजट सत्र महज 10 मिनट के लिए चला था. इसमें बजट की प्रति सभी को देकर इसे पढ़ने के लिए कहा गया था. इसके साथ ही 1 दिन के लिए सदन स्थगित कर दिया गया. 


बुधवार को बजट सेशन शुरू होने पर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों से ही कुछ लोगों को बजट पर चर्चा के लिए बोला गया. इसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ से पार्षदों को मौका मिला. आम आदमी पार्टी के पार्षदोंं ने बजट पर चर्चा से पहले और बाद में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद किया, लेकिन जब विपक्ष की बारी आई तो उसने इस दौरान मोदी- मोदी के नारे लगाए.


बजट सत्र में हुआ हंगामा


बजट सेशन के हंगामे के बीच सदन में मोदी और केजरीवाल के नारे लगने शुरू हो गए. दोनों ही तरफ से जमकर शोर मचाया गया और बजट पर भी खूब हो हल्ला मचा. ये इतना बढ़ गया कि बाद में मेयर को सबको शांत कराना पड़ा. एमसीडी का आज बजट सेशन पूरा हुआ और दिल्ली नगर निगम बजट के सभी प्रस्तावों को वोटिंग से पास किया गया. यह एमसीडी के एकीकरण के बाद पहला बजट सेशन था. हालांकि, इसमे चर्चा तो हुई, लेकिन हंगामा भी चलता रहा.


जिसमें लगातार आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने बीजेपी के ऊपर निशाना साधते हुए 15 साल सत्ता में रहने और बावजूद उस के 11 प्रस्ताव लेकर आने पर तंज कसा. दिल्ली का कामकाज चलता रहे और बजट के बाद आगे आने वाली चीजों पर जल्द से जल्द फैसले लिए जा सकें. इस वजह से ये बजट मीटिंग बेहद जरूरी थी. बजट में सबसे बड़ा मुद्दा व्यापारियों कर्मचारियों को लेकर रहा. इसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की तरफ से ही व्यापारियों और कर्मचारियों को लेकर चर्चा हुई.


बजट सत्र में सबसे बड़ा मुद्दा


सबसे बड़ा मुद्दा व्यापारियों का इसलिए रहा, क्योंकि व्यापारियों की बात एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने विधानसभा में भी कही थी. इस दौरानन एमसीडी के बजट सत्र में भी व्यापारियों का मुद्दा बढ़ा-चढ़ा कर उठाया गया. इसमें दुकानों को सील करने पर और नोटिस जारी करने पर चर्चा हुई और जल्द से जल्द व्यापारियों को राहत देने की बात हुई. दिल्ली में सीलिंग एक बहुत बड़ा मुद्दा रहा है. इस मौके पर सील हुई दुकानों को सील करने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई. इसे पास किया गया ताकि व्यापारियों को राहत मिल सकें.


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