दिल्ली नगर निगम के पांच वार्डों में हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी ने चार पर सीट पर जीत दर्ज की है और 1 सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी ने सबसे बड़े अंतर से जीत हासिल की है. वहीं 15 साल से नगर निगम पर काबिज़ बीजेपी एक भी सीट पर अपना खाता नहीं खोल पाई.
5 सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे इस तरह से रहे-
कल्याणपुरी सीट-
AAP उम्मीदवार धीरेंद्र कुमार ने 7043 वोट से जीत दर्ज की और कुल वोट 14302 मिले जबकिं BJP उम्मीदवार सिया राम को 7259 मिले.
त्रिलोकपुरी सीट-
AAP उम्मीदवार विजय कुमार ने 4986 वोट से जीत दर्ज की और कुल वोट 12845 मिले जबकि BJP उम्मीदवार ओम प्रकाश को 7859 वोट मिले.
शालीमार बाग नार्थ सीट-
AAP उम्मीदवार सुनिता मिश्रा ने 2705 वोट से जीत दर्ज की और कुल वोट 9764 मिले. जबकि BJP उम्मीदवार सुरभि जाजू को 7059 वोट मिले.
रोहिणी C सीट-
वार्ड से AAP उम्मीदवार रामचंद्र ने 2985 वोट से जीत दर्ज की और कुल वोट 14328 मिले जबकिं BJP उम्मीदवार राकेश को 11343 मिले.
चौहान बांगर सीट-
कांग्रेस उम्मीदवार जुबेर अहमद ने 10642 वोट से जीत दर्ज की और कुल वोट 16203 मिले जबकी AAP उम्मीदवार हाजी इशराक को 5561 मिले.
5 सीटों पर हुए उपचुनाव में मिली जीत को आम आदमी पार्टी 2022 के चुनाव से पहले सेमीफाइनल की जीत के तौर पर देख रही है. चुनाव परिणाम आने के बाद आम आदमी पार्टी मुख्यालय में इस जीत का जश्न हुआ जिसमें आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी शामिल हुए.
जिन चार सीटों पर आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की है उनमें से शालीमार बाग नार्थ सीट पहले बीजेपी के पास थी. वहीं चौहान बांगर सीट जो आम आदमी पार्टी के पास थी उस पर कांग्रेस के प्रत्याशी चौधरी जुबैर अहमद ने जीत हासिल की है. गौर करने वाली बात यह भी है कि इस सीट से आम आदमी पार्टी के पूर्व विधायक हाजी इशराक निगम उम्मीदवार थे, लेकिन उन्हें 10,642 वोटों से बड़ी हार का सामना करना पड़ा है. हालांकि इस पूरे उपचुनाव के परिणाम से आम आदमी पार्टी गदगद है.
जीते हुए प्रत्याशियों के साथ आम आदमी पार्टी दफ्तर पहुँची आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी ने चौहान बांगर सीट पर मिली हार को कांग्रेस की नहीं बल्कि दिल्ली में कांग्रेस के पुराने नेता चौधरी मतीन अहमद के बेटे की जीत बताया. आतिशी ने कहा कि इस चुनाव के परिणामो ने साबित कर दिया है कि बीजेपी की भ्रष्टाचार की राजनीति से लोग तंग आ चुके हैं.
अरविंद केजरीवाल के साथ उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी थे मौजूद
यह परिणाम कहीं न कहीं 2022 के निगम चुनाव के मद्देनजर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को उत्साहित करेगा. यही कारण रहा कि जीत के जश्न में शामिल होने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल भी पार्टी मुख्यालय पहुंचे. अरविंद केजरीवाल के साथ उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, गोपाल राय, आतिशी, सौरभ भारद्वाज समेत कई बड़े नेता भी मौजूद थे.
अरविंद केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ये नतीजे दिखाते हैं कि एक बार फिर दिल्ली की जनता ने आम आदमी पार्टी की सरकार के काम पर भरोसा जताया है और हम अच्छा काम कर रहे हैं इस पर मुहर लगाई है. बीजेपी की 0 सीट दिखाती है कि दिल्ली की जनता हमारी सरकार के 6 साल के काम से खुश है और बीजेपी के नगर निगम में 15 साल के काम से नाखुश है.
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि एमसीडी में जनता अब भ्रष्टाचार नहीं चाहती. बीजेपी ने चारों तरफ होर्डिंग लगाये केजरीवाल 13 हज़ार करोड़ और दो. पुराने सारे पैसे तो इन्होंने खा लिये थे. तभी चुनाव में जनता ने कहा अभी देते हैं. ये सारा टाइम पैसा मांगते हैं. संविधान के हिसाब से दिल्ली की सरकार का जितना पैसा बनता था वो हमने दे दिया. हमे केंद्र से कोई मदद नहीं मिलती, अगर मैं रोना शुरू कर दूं तो फिर तो मुझे सरकार को छोड़ देना चाहिये. जो तनख्वाह नहीं दे सकते अपने कर्मचारियों को उनको सरकार में नहीं रहना चाहिये. जनता अब एमसीडी में बदलाव चाहती है.
नगर निगम की 5 सीटों पर उपचुनाव के ये नतीजे एक ओर जहां पिछले निगम चुनाव में झटका खाई आम आदमी पार्टी के लिए जीत का संदेश लाये हैं तो वहीं दिल्ली की राजनीति में अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस के लिये संजीवनी की तरह हैं. लेकिन इन नतीजों ने सबसे बड़ी चुनौती बीजेपी के लिये खड़ी कर दी है जिसे 15 साल MCD में काबिज़ रहने के बाद 1 भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई
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