MCD Election 2022: अगले महीने होने वाले दिल्ली एमसीडी चुनाव के लिए सभी पार्टियों ने कमर कस ली है. इस बीच एमसीडी चुनाव के लिए नामांकन पत्रों की जांच करने के बाद चुनाव आयोग ने 1169 नामांकन रद्द कर दिए हैं. चुनावी मौदान में अब कुल मिलाकर 1416 उम्मीदवार बचे हैं. खास बात यह है कि इसमें से 31 प्रतिशत उम्मीदवार निर्दलीय हैं. निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या 439 है. एमसीडी के 250 वार्डों पर होने वाले चुनाव के लिए कुल 2585 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए थे.


रद्द होने की ये रही वजह
भारतीय जनता पार्टी और सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने सभी 250 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं, तो वहीं कांग्रेस ने 247 सीटों पर ही चुनाव लड़ रही है. दिल्ली राज्य चुनाव आयोग के मुताबिक 2585 उम्मीदवारों ने फॉर्म भरे थे, जिसमें से 1124 पुरुष और 1461 महिला उम्मीदवार थे. इसी में से आयोग ने 1169 फॉर्म रद्द कर दिए हैं. बता दें कि इन आवेदनों को खारिज करने की वजह मुख्य रूप से अधूरे फॉर्म, गायब हलफनामे, शपथ पत्र न लगाना, सिक्योरिटी मनी नहीं जमा करवाने, कई नामांकन, वैध जाति प्रमाण पत्र जमा न करना और अमान्य फॉर्म आदि रही.


बापरौला वार्ड में 13 उम्मीदवार
दरअसल, नजफगढ़ और बापरौला वार्ड में सबसे ज्यादा उम्मीदवारों में लड़ाई है. बापरौला वार्ड में 13, मुकुंदपुर, रिठाला, झड़ौदा, विकास नगर, हरि नगर और ककरौला में 11-11 उम्मीदवार एक सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, होलंबी कलां, तिमारपुर, तिमारपुर, बवाना, रोहिणी-सी, नांगली सकरवती और विकासपुरी वार्ड में 10-10 उम्मीदवार एक सीट पर हैं. ऐसे ही अन्य वार्डों में कहीं 8 तो कहीं 9 उम्मीदवार चुनावी मौदान में हैं. 


एमसीडी चुनव में 24 ऐसे वार्ड हैं जहां से कोई भी निर्दलीय प्रत्याशी नहीं खड़ा है, यानी कि इन वार्डों में सिर्फ बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के उम्मीदवार खड़े हैं. बता दें कि दिल्ली नगर निगम के 250 वार्डों वाले एमसीडी में 125 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं. एमसीडी के 250 वार्डों पर होने वाले चुनावों के लिए 4 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे और 7 दिसंबर को नतीजे आएंगे. 


यह भी पढ़ें: ABP C Voter Survey: स्टार प्रचारकों की लिस्ट में थरूर को शामिल न कर कांग्रेस ने अध्यक्ष चुनाव लड़ने की सजा दी? सामने आए चौंकाने वाले नतीजे