नई दिल्ली: एमसीडी चुनावों में जीत का दावा करने वाली बीजेपी ने एक ही सीट से दो कैंडिडेट को उतार दिया है. जिसके बाद अब बीजेपी को इसकी वजह से विरोध का सामना करना पड़ रहा है. ख्याला सीट से बीजेपी के दो कैंडिडेट हैं लेकिन किस कैंडिडेट का टिकट कटेगा उस पर सस्पेंस बना हुआ है.


ख्याला की सीट पर सविता और बबिता


सविता यादव का नाम बीजेपी की पहली लिस्ट में था. उसी रात उन्होंने चुंनाव चिन्ह लेकर अगले दिन नामांकन भी दिया लेकिन पार्टी की तरफ से उनको धक्का तब मिला जब उसी सीट से बबिता ने भी बीजेपी से नामांकन कर दिया. जिसके बाद सविता अपने समर्थकों के साथ पार्टी दफ्तर पहुंची और जमकर हंगामा भी किया.


दवाब में आकर बीजेपी ने दिया बबिता को टिकट!


सविता के समर्थकों का कहना है कि राजौरी में जहां अकाली दल से मनजिंदर सिंह सिरसा चुंनाव लड़ रहे हैं, वहां अकाली का ऑफिस है. यह ऑफिस बबीता के पिता राजेन्द्र चंदेला का है और यही वजह है कि वो सिरसा के साथ कई पोस्टर में भी नज़र आ रही है. अब बीजेपी ने दबाव में आकर बबिता को भी टिकट दे दिया.


कोई भी बीजेपी कार्यकर्ता बबिता का समर्थन नहीं करेगा: सविता


इस पूरे मामले पर बबिता चंदेला के परिवार ने कुछ भी कहने से मना कर दिया. उनका कहना है कि अब पार्टी जो भी कहेगी वो सभी को मनना पड़ेगा लेकिन उससे पहले वो नामांकन वापिस नही लेंगे. वही सविता के साथ आये समर्थको का कहना है कि कोई भी बीजेपी का कार्यकर्ता बबिता का समर्थन नहीं करेगा.


तकनीकी खराबी है इसको जल्द ही ठीक कर दिया जाएगा: मनोज तिवारी


वहीं दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने यह कहकर मामले को टाल दिया कि ये एक तकनीकी खराबी है और इसको जल्द ही ठीक कर दिया जाएगा. लेकिन सविता के बयान पर वह कुछ नहीं बोले. ऐसे में दोनों की कैंडिडेट का भविष्य अधर में लटका हुआ है.