MCD House Rampage: दिल्ली में मंगलवार (2 मई) को एमसीडी का नया सत्र शुरू हुआ, जिसमें दोबारा मेयर चुने जाने के बाद आज पहली हाउस मीटिंग बुलाई गई थी. इस हाउस मीटिंग में कई सारे एजेंडों पर विस्तार से चर्चा होनी थी और प्रस्ताव भी पास किए जाने थे.
मंगलवार को दोपहर कुछ देरी के बाद करीब ढाई बजे सत्र शुरू हुआ, जिसमें सबसे पहले शोक प्रस्ताव पढ़ा जाना था. शुरुआत से ही सदन में शोर होना शुरू हुआ, जिसके बाद मेयर की तरफ से 10 मिनट के लिए सदन को स्थगित कर दिया गया.
सदन में 'केजरीवाल चोर है' के नारे लगाए गए
एमसीडी सदन के पहले सत्र की हाउस मीटिंग में जमकर हंगामा हुआ. इसके बाद सदन शुरू होते ही कुछ देर के लिए सदन स्थगित कर दिया गया. भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों ने जमकर हंगामा किया और केजरीवाल सरकार के खिलाफ खूब नारेबाजी की. सदन में नारेबाजी के दौरान 'केजरीवाल चोर है' के नारे भी लगाए गए.
बिना चर्चा के पास हुए एजेंडे
सदन में कई एजेंडों पर चर्चा होनी थी, जिसमें निगम विद्यालयों में किताबें-स्टेशनरी की सप्लाई, दवाइयों की सप्लाई, एजुकेशन कमिटी का गठन और कई अलग-अलग मुद्दों पर विस्तार से बात होनी थी. इसके बाद यह एजेंडा पास होने पर बात होनी थी. लेकिन सदन शुरू होते ही शोर और हंगामा इतना हुआ कि पहले तो सदन को 10 मिनट के लिए स्थगित किया गया और उसके बाद जब सदन दोबारा शुरू हुआ तो मेयर की तरफ से सभी एजेंडो को पास करने की बात कह कर दोबारा सदन स्थगित कर दिया गया.
इसके बाद बीजेपी के सभी पार्षदों ने जमकर हंगामा किया और मेयर दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए. इसी बात को आधार बनाकर मेयर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और बिना चर्चा के एजेंडे पास करने का आरोप लगाए.
बीजेपी पार्षद नहीं होने देते चर्चा- मेयर
दिल्ली की मेयर शैली ओबरॉय ने आज सदन में हुए हंगामे पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि आज सदन में चर्चा नहीं हो पाई क्योंकि बीजेपी के पार्षदों ने जमकर हंगामा किया. उन्होंने शोक प्रस्ताव भी नहीं पढ़ने दिया उससे पहले ही हंगामा करना शुरू कर दिया.
ओबरॉय ने कहा कि आज कई एजेंडे थे जो पास हुए हैं, जिसमें निगम स्कूलों में किताबें- स्टेशनरी, दवाइयों की सप्लाई जैसे बड़े एजेंडों को पास किया गया है. बीजेपी के पार्षदों ने विस्तार से चर्चा नहीं होने दी. आज कई मुद्दों पर बात होनी थी जैसे दिल्ली में कूड़े और कूड़े के पहाड़ों पर... लेकिन अफसोस यह नहीं हुआ. बीजेपी के पार्षद अब भी दफ्तर के बाहर हंगामा कर रहे हैं. दिल्ली की जनता का बहुत नुकसान हो रहा है.