नई दिल्ली:  पांच दिन बाद 23 अप्रैल को दिल्ली में होने वाले एमसीडी चुनाव कांग्रेस के लिए करो या मरो का मामला है. राजौरी गार्डन विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस दूसरे नंबर की पार्टी रही.  इसके बाद कांग्रेस को दिल्ली में वापसी की उम्मीद है. एमसीडी चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस ने क्या रणनीति बनाई है ? और चुनाव अगर जीतने के बाद कांग्रेस दिल्ली के लिए क्या-क्या करेगी ? एबीपी न्यूज से बातचीत में दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने सभी सवालों के जवाब दिए हैं.


MCD Polls: कांग्रेस के घोषणापत्र की पहली किश्त जारी, इन चार मुद्दों पर होगा विशेष ध्यान


क्या MCD चुनाव कांग्रेस के लिए करो या मरो का सवाल है?


अजय माकन ने कहा, ‘’एमसीडी का चुनाव कांग्रेस के लिए करो या मरो की लड़ाई है.’’ उन्होंने कहा, ‘’ये बेहद महत्वपूर्व चुनाव है. 2015 में केवल 9% वोट मिला था लेकिन पिछले एमसीडी उपचुनाव में 30% और फिर हफ्ते भर पहले राजौरी उपचुनाव में 34% वोट शेयर पहुंचा. ऐसे में हमारी वापसी की शुरुआत हो चुकी है.’’ माकन को उम्मीद है कि लोग कांग्रेस के अनुभव पर भरोसा करेंगे.


MCD चुनाव : कांग्रेस-बीजेपी के घोषणा पत्रों में 'सफाई' पर ध्यान, गरीबों और 'सस्ता' पर जोर


मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को पूरा करेगी कांग्रेस: माकन


माकन ने कहा, ‘’दिल्ली की जनता बीजेपी से नाराज है. बीजेपी के पिछले दस सालों के राज में दिल्ली में गंदगी और बीमारियां बढ़ी हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘’प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को अगर कोई अच्छे तरीके से लागू कर सकता है तो वह कांग्रेस कर सकती है.’’


आपके लिए कितनी बड़ी चुनौती है?


माकन ने कहा, ‘’पार्टी ने फ्री हैंड दिया है. मेरी और पार्टी की प्रतिष्ठा दांव पर है. इस चुनाव में जीत हो या हार,सीधी जिम्मेवारी मेरी ही होगी.’’ टिकट वितरण के वक्त विरोध प्रदर्शन क्यों हुआ? इसके जवाब में माकन ने कहा, ‘’हमने कार्यकर्ताओं से संपर्क किया था और 40 हजार कार्यकर्ताओं से पूछ कर टिकट बांटे हैं.’’


एमसीडी चुनाव में किस पार्टी से मुकाबला है?


माकन ने कहा, ‘’केजरीवाल सरकार से लोगों का मोहभंग है. हमारा मुख्य मुकाबला बीजेपी से है. उन्होंने कहा कि राजौरी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव से ये नजर आ गया है कि कांग्रेस का मुकाबला सिर्फ बीजेपी से है. अजय माकन ने कहा, ‘’हमारा वोटर वापस आ चुका है. दस सालों में बीजेपी ने कुछ नहीं किया. पांच सालों में बीजेपी ने अपने 44 वादों में केवल छह वादे पूरे किए हैं.


कांग्रेस कैसे वादे पूरे करेगी?


इस सवाल के जवाब में माकन ने कहा, ‘’हमने एक्सपर्ट पैनल बनाया है. जिसमें चिदम्बरम, जयराम रमेश, सलमान खुर्शीद, शशि थरूर आदि हैं.’’ माकन ने आगे कहा, ‘’रेहड़ी-पटरी वालों को लाइसेंस देकर टोल टैक्स कलेक्शन में लीकेज रोक कर निगम की आय बढ़ाएंगे. दो साल में माली हालत ठीक कर देंगे. लोगों को कूड़ेदान देंगे और जागरूक करेंगे. हर विधानसभा में कम्पोस्ट प्लांट बनाएंगे. हम समाधान देंगे. लोग चिक-चिक छोड़ समाधान चुनेंगे.’’


केंद्र में बीजेपी, दिल्ली में आप, निगम में कांग्रेस आएगी तो कैसे काम कर पायेंगे?


अजय माकन ने कहा, ‘’चुनाव जीतने के बाद हम निगम को आत्मनिर्भर बनाएंगे. जरूरत होगी तो मोदी जी के पास भी जाएंगे और केजरीवाल के पास भी.’’ उन्होंने कहा, ‘’जब तक कांग्रेस थी सब ठीक था. दिक्कत केजरीवाल के आने के बाद शुरू हुई है. अगर कांग्रेस ने तीन हिस्से में विभाजन कर के गलत किया तो बीजेपी या आप ने एक क्यों नहीं कर दिया.’’


शुंगलू कमिटी कितना बड़ा मुद्दा है?


माकन ने कहा, ‘’ये भ्रष्टाचार का मुद्दा है. केंद्र सरकार कार्रवाई क्यों नहीं करती? केजरीवाल पर एफआईआर होनी चाहिए.’’ उन्होंने कहा, ‘’जब राष्ट्रमंडल खेल में हुई गड़बड़ी की जांच इन्हीं शुंगलू साहब ने की तो हमने उनकी रिपोर्ट पर कलमाड़ी के खिलाफ कार्रवाई की. उनके खिलाफ एफआईआर हुई. ईमानदारी की दुहाई देने वालों ने बड़ा भ्रष्टाचार किया है.’’


ईवीएम पर आप और केजरीवाल साथ हैं?


माकन ने कहा, ‘’हमने ईवीएम पर सवाल उठाया है चुनाव आयोग पर नहीं. यूपी के नतीजों को लेकर सवाल उठे, शंका उतपन्न हुई इसलिए एमसीडी चुनाव बैलेट से करवाने की मांग की. लेकिन हमें चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था के विवेक पर पूरा भरोसा है.’’


तीनों निगमों में हम जीतेंगे, ना सपोर्ट लेंगे ना देंगे- माकन


एमसीडी चुनाव के बाद अगर किसी से समर्थन लेना पड़ा तो किससे समर्थन लेंगे ? इस सवाल के जवाब में माकन ने कहा, ‘’तीनों निगमों में कांग्रेस की जीत होगी. हम ना किसी से समर्थन लेंगे और ना किसी को समर्थन देंगे.’’


शीला दीक्षित प्रचार में क्यों नहीं?


इस सवाल के जवाब में अजय माकन ने कहा, ‘जब जीतेंगे तो सबके अनुभव से काम करेंगे. सारे नेता प्रचार कर रहे हैं. शीला क्यों नहीं कर रहीं हैं ये उनसे पूछिए. हमने प्रचार के लिए सबसे अनुरोध किया है.’’ बता दें कि इस चुनाव में कांग्रेस ने ‘अनुभव को स्पोर्ट करो और कांग्रेस को वोट करो’ का नारा दिया है.