नई दिल्ली: दिल्ली में एमसीडी चुनाव में कांग्रेस भी इस बार पूरा जोर लगा रही है. लेकिन हैरानी की बात ये है कि दिल्ली में विकास का चेहरा मानेजानेवाली पूर्व सीएम शीला दीक्षित को कांग्रेस ने स्टार प्रचारकों की लिस्ट में नहीं रखा है.


79 साल की शीला दीक्षित में दिल्ली में तीन बार मुख्यमंत्री रहीं. दिल्ली पर पंद्रह साल राज करनेवाली शीला दीक्षित को कांग्रेस ने एमसीडी चुनाव में स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल नहीं किया है. शीला दीक्षित को दिल्ली में विकास का चेहरा माना जाता रहा है. लेकिन कांग्रेस उनकी इस छवि को भुनाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रही. इसकी बड़ी वजह दिल्ली कांग्रेस की अंदरूनी कलह है.


दिल्ली में प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन औऱ शीला दीक्षित में छत्तीस का आंकड़ा रहा है. ऐसे में शीला को स्टार प्रचारक न बनाना कोई आश्चर्य नहीं है. हैरानी की बात ये है कि शीला ही नहीं दिल्ली के किसी भी नेता का नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट में नहीं है.


कांग्रेस ने प्रचार के लिए दिल्ली से बाहर के बड़े नेताओं को बुलाने का प्लान बनाया है. इसमें पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह, पंजाब सरकार में मंत्री और क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू और उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत समेत 50 बड़े नाम शामिल हैं. सूत्रों के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू सबसे ज्यादा डिमांड में हैं.


दिल्ली में 23 अप्रैल को एमसीडी चुनाव है. 26 अप्रैल को नतीजे आएंगे. फिलहाल दिल्ली की तीनों एमसीडी पर बीजेपी का कब्जा है. इस बार आम आदमी पार्टी और कांग्रेस से बीजेपी को कड़ी टक्कर मिलने की उम्मीद है.