दिल्ली: पिछले हफ्ते जीएसटी काउंसिल की हुई बैठक में रेस्टोरेंट में खाने वाले लोगों को राहत देते हुए जीएसटी दर घटा दी गई थी. लेकिन जीएसटी कम होने के बावजूद ग्राहकों को  उसी दर से भुगतान करना पड़ रहा है. इसे लेकर कई लोगों ने ट्विटर पर जमकर अपना गुस्सा निकाला.


दरअसल नॉन-एसी रेस्टोरेंट के लिए जीएसटी 12% से घटाकर 5% और एसी रेस्टोरेंट के लिए 18% जीएसटी कर दी गई थी. इसके साथ ही 200 और चीजों पर जीएसटी दर घटाई गई थी.

कल से लागू की गई नई दरों के बाद से ग्राहक आशान्वित थे कि अब उनका जेब खर्च थोड़ा कम हो जाएगा. कंपनियों ने भी कहा था कि वे नई जीएसटी दर पर बिक्री करेंगी. लेकिन कल ऐसा बिल्कुल नही हुआ और लोगों को पुराने दर से ही भुगतान करना पड़ा. इसका प्रभाव ट्विटर पर देखने को मिला जहां लोगों ने जमकर रेटोरेंट्स के खिलाफ भड़ास निकाली ओर खाने का बिल भी ट्विटर पर शेयर किया.







लोगों ने मैक्डॉनल्ड और स्टारबक्स जैसे रेस्टोरेंट्स के पहले और अब के फूड बिल को एक साथ साझा किया जिसमें साफ दिख रहा है कि जीएसटी की दरें कम होने के बाद भी ग्राहकों को पहले जितना ही भुगतान करना पड़ रहा है. कई लोगों ने यह लिखा कि चूकि जीएसटी की दरें कम हो गईं थी तो मैक्डॉनल्ड ने चीजों के मूल्य ही अचानक से बढ़ा दिए, जिसकी वजह से ग्राहक को पिछले जितना ही भुगतान करना पड़ा. कई लोगों ने अपने ट्वीट्स में वित्त मंत्रालय को भी टैग किया था.

मैकडॉनल्ड ने इस पर कहा कि सरकार ने इनपुट टैक्स क्रेडिट को खत्म कर दिया है जिसकी वजह से दामों में बढ़ोत्तरी की गई.