नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच शंघाई सहयोग संगठन के दौरान कोई द्विपक्षीय मुलाकात नहीं होगी. आज विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने एक सवाल के जवाब में इस बात को साफ किया. हांलाकि पीएम मोदी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. बता दें कि अगले हफ्ते किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक होनी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण में किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव ने भी हिस्सा लिया था. राष्ट्रपति जीनबेकोव वर्तमान में शंघाई सहयोग संगठन के अध्यक्ष हैं.





दरअसल मीडिया में 13-14 मई को होने वाली इस बैठक में पीएम मोदी और पीएम इमरान खान की संभावित मुलाकात को लेकर कई रिपोर्ट्स थीं. इन रिपोर्ट में दावा किया गया था कि दोनों बिश्केक में मुलाकात कर सकते हैं. वहीं पाकिस्तान के विदेश सचिव और भारत में उसके पूर्व उच्चायुक्त सोहेल महमूद ने दिल्ली की जामा मस्जिद में ईद की नमाज पढ़ी. सोहेल महमूद की इस निजी यात्रा के बाद से पीएम मोदी और इमरान खान की मुलाकात को लेकर अटकलें तेज हो गईं थीं.


पुलवामा हमले के बाद से भारत का पाकिस्तान को लेकर रुख एक दम सख्त है. भारत पाकिस्तान को साफ संदेश दे चुका है कि आतंक और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते, अगर पाकिस्तान को बातचीत करनी है तो पहले उसे अपनी धरती से भारत खिलाफ आतंक को रोकना होगा. पुलवामा हमने में भारत ने सीआरपीएफ के 40 जवानों को खो दिया था. इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठन जैश ए मुहम्मद के सरगना मसूद अजहर ने ली थी. जिसे चीन की सरपरस्ती के बाद भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने वैश्विक आतंकवादी करार दिया है.